कोविड नियमों का पालन करते हुए, बनारस में मनाई जा रही ईद पांच-पांच नमाजियों ने अदा की नमाज़
जनपद की कुछ मस्जिदों में गुरुवार की सुबह ईद-उल-फित्र की नमाज कोविड नियमों के तहत अदा की गई। नमाज़ के लोगों ने कोरोना के खात्मे और कोरोना मरीजों की शिफा के दुआएं की।
जनपद की कुछ मस्जिदों में गुरुवार की सुबह ईद-उल-फित्र की नमाज कोविड नियमों के तहत अदा की गई। नमाज़ के लोगों ने कोरोना के खात्मे और कोरोना मरीजों की शिफा के दुआएं की। भेलूपुर थाना क्षेत्र में लगभग 80 मस्जिदें है जिनमें से 39 मस्जिदों में 5-5 लोगों ने ईद की नमाज कोविड नियमों के तहत अदा की। सिगरा थाना क्षेत्र की 20 फीसद मस्जिदों में भी ईद की नमाज हुई। इसके बाद शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए लोगों ने दूर से ही एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। भेलूपुर थाना क्षेत्र में लगभग 80 मस्जिदें है, जिनमें से 39 मस्जिदों में 5-5 लोगों ने ईद की नमाज कोविड नियमों के तहत अदा की। सिगरा थाना क्षेत्र की 20 फीसद मस्जिदों में भी ईद की नमाज हुई। वहीं सुरक्षा कारणों से मस्जिद के बाहर पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रही।
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दरअसल, काजी-ए-शहर मौलाना गुलाम यासीन ने दो लोगों की गवाही पर बुधवार को चांद की तस्दीक करते हुए गुरुवार को ईद मनाने का ऐलान किया था। वहीं रवायत के मुताबिक 29वें रमजान को मगरिब की नमाज के बाद नई सड़क स्थित लंगड़े हाफिज मस्जिद में इज्तेमाई रुय्यते हेलाल कमेटी की बैठक हुई थी।
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इसमें सभी मसलक के उलमा-ए-कराम व उनके नुमाइंदे शामिल हुए। मौलाना मोहम्मद जकीउल्लाह असदुल कादरी की सदारत में करीब एक घंटा चली बैठक में कोई भी गवाही न आने और शहर के किसी भी हिस्से से चांद दिखने की कोई खबर न मिलने पर चांद की तस्दीक नहीं हो पाई।
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