जम्मू में प्रदर्शन कर रहे दिहाड़ी मजदूरों, शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में लिया

Daily wage workers
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अधिकारियों के मुताबिक जहां दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी सेवाओं के नियमितीकरण और लंबित वेतन जारी करने की मांग कर रहे हैं, वहीं शारीरिक शिक्षक अपनी परिवीक्षा अवधि को सात से घटाकर पांच वर्ष करने की मांग कर रहे हैं।

जम्मू में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे दिहाड़ी मजदूरों और शिक्षकों को पुलिस ने शनिवार को थोड़ी देर के लिए हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक जहां दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी सेवाओं के नियमितीकरण और लंबित वेतन जारी करने की मांग कर रहे हैं, वहीं शारीरिक शिक्षक अपनी परिवीक्षा अवधि को सात से घटाकर पांच वर्ष करने की मांग कर रहे हैं।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारी प्रेस क्लब और पास के डोगरा चौक के बाहर अलग-अलग एकत्र हुए और बाद में उन्होंने मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया। प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक तितर-बितर करने के सभी प्रयासों के विफल होने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले जल शक्ति विभाग के सैकड़ों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी डोगरा चौक जाने से पहले मुख्य अभियंता के मुख्य कार्यालय परिसर में एकत्रित हुए।

नियमितीकरण और वेतन जारी करने की अपनी लंबे समय से लंबित मांग के समर्थन में नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका। पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों पर हल्का लाठी चार्ज किया और उनमें से 100 को हिरासत में ले लिया। करीब 60,000 से अधिक दिहाड़ी मजदूर और अन्य कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में जम्मू और श्रीनगर दोनों में पिछले दो दशकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने करीब 50 प्रदर्शनकारी रहबर-ए-खेल (शारीरिक शिक्षक) को भी हिरासत में ले लिया, जब उन्होंने प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के बाद मुख्य सड़क की ओर मार्च करने की कोशिश की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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