दिल्ली पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया, आठ लोग गिरफ्तार

दिल्ली के महरौली इलाके में छापेमारी के दौरान आठ लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में कथित रूप से शामिल एक अवैध अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली के महरौली इलाके में छापेमारी के दौरान आठ लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी में कथित रूप से शामिल एक अवैध अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में सक्रिय साइबर अपराध गिरोहों पर नकेल कसने के लिए शुरू किए गए ‘साइहॉक’ अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। कॉल सेंटर महरौली स्थित एक इमारत में था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान, पुलिस को गिरोह का पता चला जो कथित तौर पर तकनीकी सहायता प्रतिनिधि बनकर विदेशी नागरिकों को ठग रहा था। यह गिरोह ‘एप्लीकेशन’ के माध्यम से पीड़ितों के सिस्टम तक ‘रिमोट एक्सेस’ प्राप्त करते थे तथा ‘तकनीकी सहायता’ प्रदान करने के नाम पर पैसे ऐंठते थे।
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पुलिस ने बताया कि कॉल सेंटर मोहित जुनेजा द्वारा चलाया जा रहा था और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान सार्थक शर्मा, हितेश, रेहान, प्रणव, अभिषेक, मानव तनेजा के रूप में की गई।
कॉल सेंटर को एक असली इंटरनेशनल कस्टमर-सपोर्ट सेंटर का आभास देने के लिए डिज़ाइन किया गया था और आरोपी, जो अच्छी इंग्लिश बोलते हैं, विदेशी नागरिकों को मदद करने के बहाने कॉल करते थे और उनके सिस्टम को हैक करने और उनके डेटा का इस्तेमाल करके उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए लिंक भेजते थे।
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पुलिस के मुताबिक, साइबर सेल ऑपरेशन में नकली फर्म, म्यूल अकाउंट और ई-कॉमर्स फ्रंट कंपनियों का भी पता चला है।
माना जा रहा है कि सानू मास्टरमाइंड है, जो रेड से कुछ देर पहले ही भाग गया। अधिकारियों ने कहा कि वह बार-बार अपराध करता है और कई कॉल सेंटर फ्रॉड में उसका नाम आ चुका है। एक अधिकारी ने कहा, "उसे गिरफ्तार करने के लिए एक स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई है।"
कॉल सेंटर के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बिल्डिंग सानू के भाई रेहान उर्फ टिन्नी के नाम पर रजिस्टर्ड थी और अब पुलिस ने उसे सील कर दिया है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तराखंड में कई जगहों पर पहले ही रेड हो चुकी है, और पुलिस टीम पूरे नेटवर्क और इसमें शामिल दूसरे साइबर फ्रॉड गैंग का पता लगाने के लिए काम कर रही है।
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