चुनाव से पहले दिग्विजय की मांग, नर्मदा संरक्षण के लिए कानून लाए सरकार

Digvijay asks government to bring a law in coordination with Narmada
[email protected] । Jul 25 2018 4:23PM

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज राज्यसभा में नर्मदा नदी की निर्मलता बहाल करने और इसकी पैदल परिक्रमा का मार्ग सुनिश्चित करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को इस पवित्र नदी के संरक्षण के लिए समन्वित तरीके से एक कानून लाना चाहिए।

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज राज्यसभा में नर्मदा नदी की निर्मलता बहाल करने और इसकी पैदल परिक्रमा का मार्ग सुनिश्चित करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को इस पवित्र नदी के संरक्षण के लिए समन्वित तरीके से एक कानून लाना चाहिए। हाल ही में नर्मदा नदी की परिक्रमा पूरी करने वाले दिग्विजय सिंह ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि नर्मदा मध्यप्रदेश और गुजरात के लोगों के लिए जीवन रेखा है। ‘‘लेकिन इस पवित्र नदी की दुर्दशा बेहद चिंताजनक है।’’

उन्होंने बताया कि नर्मदा के पूरे केचमेंट एरिया में जंगल काट दिए गए हैं, नदी पर जगह जगह बांध बनाए गए हैं और अवैध तरीके से रेत खनन हो रहा है। इसके कारण नर्मदा का बहाव बहुत ही कम हो गया है और जल स्तर भी घट गया है। उन्होंने कहा कि सरदार सरोवर बांध में पानी घट गया है और समुद्र का खारा पानी नर्मदा में मिल रहा है। गुजरात के भरूच में रसायनिक उद्योग अवैध तरीके से पाइप लाइन डाल कर नर्मदा का पानी ले रहे हैं। इन उद्योगों का खतरनाक अपशिष्ट इसी नदी में जा रहा है। सिंह ने कहा ‘‘नर्मदा की निर्मलता बहाल करने के लिए जरूरी है कि इसके केचमेंट एरिया में जंगल कटाई पर रोक लगे और मशीन से रेत का खनन न किया जाए। नदी की पैदल परिक्रमा का मार्ग सुनिश्चित किया जाए और इसमें आ कर मिलने वाले नदी नालों की सफाई की जाए।’’ 

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को नर्मदा के संरक्षण के जलिए समन्वित तरीके से एक कानून लाना चाहिए। उन्होंने नर्मदा के उत्तर तट और दक्षिण तट पर जेट्टी बनाने तथा नर्मदा में नौकायन कराने के लिए नावों पर लाइफ जैकेट मुहैया कराने की मांग भी की। विभिन्न दलों के सदस्यों ने सिंह के इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया। इससे पहले, सभापति एम वेंकैया नायडू ने दिग्विजय सिंह का नाम पुकारते हुए कहा ‘‘दिग्विजय सिंह ने हाल ही में नर्मदा परिक्रमा पूरी की है और वे सदन को अपने अनुभव बताएंगे।’’

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़