सपा के जिलाध्यक्ष कुशीनगर ने माना जाली नोट गैग के दो सरगना पार्टी के बड़े पदाधिकारी
नौशाद खान सपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है जबकि रफी अहमद खान उर्फ बबलू सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव। गिरोह का तीसरा सरगना औरंगजेब खान भी खुद को समाजवादी पार्टी के बड़े नेता के साथ ही सोशल मीडिया एक्टिविस्ट व पत्रकार बताता है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की समाजवादी जिला इकाई ने यह बात स्वीकार कर ली है कि जाली नोट गैंग के दो सदस्य समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी थे। सपा के जिलाध्यक्ष ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को भेजी अपनी रिपोर्ट में यह बात बताई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की जाली करेंसी, नेपाली करेसी, फर्जी सिम कार्ड, सुतली देशी बम और अवैध तमंचे और कारतूस के साथ पकड़े गए गिरोह के दोनों सरगना समाजवादी पार्टी के बड़े नेता हैं। नौशाद खान सपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है जबकि रफी अहमद खान उर्फ बबलू सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव। गिरोह का तीसरा सरगना औरंगजेब खान भी खुद को समाजवादी पार्टी के बड़े नेता के साथ ही सोशल मीडिया एक्टिविस्ट व पत्रकार बताता है। सोशल मीडिया पर इनकी प्रोफाइल बता रही है कि इनका सीधा संपर्क जिले से लेकर प्रदेश के रसूखदार नेताओं तक था। पदाधिकारियों के नाम सामने आने पर सपा जिलाध्यक्ष शुकरूल्लाह अंसारी ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि इससे पार्टी की बदनामी हुई है।
इतना ही नहीं गैरकानूनी कार्य को अंजाम देने व समाज में सफेदपोश की छवि कायम करने के लिए तीनों ने सपा मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव जैसे बड़े नेताओं सहित कांग्रेस के वर्तमान व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ फेसबुक एवं अन्य सोशल साइट पर अपने संबंधों को खूब प्रचारित प्रसारित किया है। साइबर सेल एवं सेवरही एवं तरया सुजान पुलिस की मदद से तमकुहीराज पुलिस द्वारा तमकुहीराज कस्बे में की गई बड़ी कार्रवाई की चर्चा प्रदेश स्तर तक हो रही है। भारतीय जाली करेंसी की खेप के साथ विस्फोटक सामग्री की बरामदगी व एक साथ गिरोह के दस सदस्यों की गिरफ्तारी ने क्षेत्र के लोगों को सकते में ला दिया है। पुलिस के अनुसार इस गिरोह के सरगना रफी अहमद खान उर्फ बबलू, नौशाद खान व औरंगजेब खान थे।
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सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाला नौशाद खान गायक है। उसकी तमकुहीराज कस्बे में बाबा चशमाघर के नाम से दुकान है। नौशाद खान की गायकी के चर्चे तमकुही निवासी एक सपा नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंचाए। उन्हीं के जरिए नौशाद की सपा प्रमुख से मुलाकात भी हुई थी। बाद में सपा ने नौशाद खान को सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया। उससे संपर्क में आने के बाद रफी अहमद खान उर्फ बबलू ने ओटीटी प्लेटफार्म पर फिल्म बनाने एवं भोजपुरी फिल्म के लिए बतौर डायरेक्टर नौशाद खान को लांच किया तो नौशाद ने बदले में उसे भी समाजवादी लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव बनवा दिया। दोनों ने झड़वा निवासी औरंगजेब खान को भी लोहिया वाहिनी का नेता बना दिया था। शानदार लाइफ स्टाइल, लग्जरी गाड़ियों से घूमना फिरना और इलाके में इनकी दबंगई से आकर्षित होकर अन्य युवाओं ने भी इनका गिरोह ज्वाइन किया था। इलाके में विवादित जमीनों पर कब्जे के इस गिरोह के मामले बढ़े और जब गिरोह ने संगठित आपराधिक गिरोह का रुप ले लिया तब खबर पुलिस तक पहुंची और सभी पकड़े गए।
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