किसान संगठन सरकार के प्रस्तावों पर विचार करें, हम आगे बातचीत के लिये तैयार हैं: नरेंद्र तोमर
सरकार उनमें भी यदि कोई मुद्दा है तो उस पर बातचीत के लिये तैयार है। तोमर ने कहा कि ऐसे समय जब बातचीत चल रही है और सरकार आगे भी बातचीत के लिये तैयार है विरोध प्रदर्शन को तेज करना उचित नहीं है। किसानों की सभी समस्याओं और चिंताओं पर बातचीत के लिये सरकार तैयार है। कृषि मंत्री ने विश्वास जताया कि बातचीत से कोई न कोई समाधान निकल आयेगा।
पिछले करीब दो सप्ताह से किसानों का नये कृषि कानूनों को लेकर विरोध जारी है। किसान राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वह तीन नये कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की मांग कर रहे हैं। तोमर ने कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत के लिये हर समय तैयार है और आगे भी तैयार रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ठंड के इस मौसम में कोविड- 19 महामारी के बीच किसान प्रदर्शन कर रहे हैं इसको लेकर हम चिंतित हैं।किसान संगठनों को सरकार के प्रस्तावों पर जल्द से जल्द विचार कर लेना चाहिये जिसके बाद यदि जरूरत पड़ती है तो हम मिलकर अगली बैठक के बारे में फैसला कर लेंगे।’’ सरकार ने बुधवार को किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) व्यवस्था के जारी रहने को लेकर लिखित आश्वासन देने का प्रस्ताव भेजा था। सरकार ने कहा कि एमएसपी व्यवस्था जारी है और जा रहेगी।#WATCH LIVE: Minister of Agriculture and Farmer Welfare, Narendra Singh Tomar addresses the media, in Delhi. https://t.co/SRJyIhIzIu
— ANI (@ANI) December 10, 2020
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हालांकि, किसान संगठनों ने सरकार की इस पेशकश को ठुकरा दिया और कहा कि तीनों कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लिये जाने की अपनी मांग को वह आंदोलन तेज करेंगे। एमएसपी पर नये कानून के बारे में पूछे जाने पर तोमर ने कहा कि नये कृषि कानूनों का एमएसपी व्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा। एमएसपी व्यवस्था पहले की तरह जारी रहेगी। कृषि मंत्री ने किसानों से बातचीत के मेज पर लौटने का आग्रह करते हुये कहा कि सरकार की तरफ से जो पेशकश की गई है उन पर वह विचार करें। सरकार उनमें भी यदि कोई मुद्दा है तो उस पर बातचीत के लिये तैयार है। तोमर ने कहा कि ऐसे समय जब बातचीत चल रही है और सरकार आगे भी बातचीत के लिये तैयार है विरोध प्रदर्शन को तेज करना उचित नहीं है। किसानों की सभी समस्याओं और चिंताओं पर बातचीत के लिये सरकार तैयार है। कृषि मंत्री ने विश्वास जताया कि बातचीत से कोई न कोई समाधान निकल आयेगा।
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