लाहौल में सर्च ऑपरेशन के दौरान पांच शव बरामद, मणिकर्णगुम्मा में भी बादल फटा

Himachal Rains

राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है लेकिन एक बार फिर से बारिश होने से रेस्क्यू कार्य मे दिक्क़तें आ रही हैं। मौके पर प्रदेश पुलिस के साथ आईटीबीपी व एनडीआरएफ के जवान डटे हैं ।

शिमला। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिला में बादल फटने की घटना में तोजिंग नाले से लापता हुए दस लोगो में से पांच शव निकाले जा चुके हैं। मटमैला होने के कारण एक शव की पहचान नहीं हो पा रही है। मृतकों की पहचान शेर सिंह (62), रूम सिंह (41), मेहर चंद (50), नीरथ राम (42) के तौर पर हुई है। सभी मंडी जिले के धमसोई गांव के रहने वाले हैं। राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है लेकिन एक बार फिर से बारिश होने से रेस्क्यू कार्य मे दिक्क़तें आ रही हैं। मौके पर प्रदेश पुलिस के साथ आईटीबीपी व एनडीआरएफ के जवान डटे हैं । मलबे में दबे शवों की तलाश जारी है 

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प्रदेश के दूसरे हिस्सों से भी भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं कांगडा हमीरपुर चंबा मंडी व कुल्लू जिलों में कई सड़कें पेड़ गिरने ल्हासा गिरने से बंद हो गई हैं कई इलाकों में अंधेरा है शिमला-कालका नेशनल हाईवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है।

 जिला शिमला की चिड़गांव तहसील के गुम्मा गांव में भी बुधवार सुबह बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। गांव के लिए बना पुल बाढ़ की चपेट में आकर बह गया है। बादल फटने के बाद खड्ड में आई बाढ़ में चार वाहन भी बह गए और डेढ़ दर्जन से ज्यादा वाहन गांव में ही फंस गए हैं। गुम्मा गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने वाला पुल भी पूरी तरह से भरभरा गया है। इस कारण गांव में बसे 60 परिवारों के लोग पूरी तरह से क्षेत्र से कट गए हैं। जिला प्रशासन की ओर से भेजी गई टीम ने कई वाहनों को निकाल लिया है। वहीं पुल के लिए विकल्प तलाशा जा रहा है, इसके बाद ही गांव में फंसे लोगों तक सहायता पहुंचाई जा सकती है।

इसके अलावा शिमला शहर में भी बारिश से नुकसान हुआ है। बुधवार सुबह पंथाघाटी में भूस्खलन से एक वाहन दब गया और एक बहुमंजिला भवन को खतरा पैदा हो गया है। रेनबो नाम का भवन चार मंजिला है। इसके नीचे हुए भूस्खलन से भवन को खतरा पैदा हो गया है। 

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मणिकर्ण के साथ ब्रह्म गंगा नाले में बादल फटने से आई बाढ़ के कारण स्थानीय तबाही मच गई।मणिकर्ण निवासी पूनम, निकुंज, वीजेंद्र और दिल्ली का पर्यटक दिनिता पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं।मची भारी तबाही को देखते हुए प्रशासन ने पर्यटकों से फिलहाल लाहौल घाटी मेंं न आन की सलाह दी है । भारी बारिश के कारण लाहुल-स्पीति जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त लाहौल-स्पीति नीरज कुमार ने कहा बारिश की वजह से उदयपुर से लेकर पांगी और काजा से केलंग के बीच भी बरसाती नालों में उफान से सड़क जगह-जगह बाधित हुई है।

उन्होंने कहा कि फिलहाल सड़क बहाली तक पर्यटकों सहित अन्य सभी लोग पूरी एहतियात बरतें और सफर न करें। बीआरओ सड़क की बहाली में जुट गया है। उन्होंने कहा रात को मनाली-लेह सड़क पर भी यातायात बंद रहेगा। उपायुक्त ने बताया लेह प्रशासन से भी इस संबंध में सूचना प्राप्त हुई है। लिहाजा पर्यटक और अन्य लोग सावधानी बरतें और सड़क बहाल होने के बाद ही आगे का सफर जारी करें।

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