अस्पताल एवं स्कूली भवनों के ‘रेट्रोफिटिंग’ का काम तेजी से कराया जाए: नीतीश
नीतीश ने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भवन विभाग एवं संबंधित अन्य विभाग आग से बचाव एवं जीवन सुरक्षा के संबंध में अलग से एक बैठक कर लें।
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को निर्देश दिया कि अस्पताल एवं स्कूली भवनों के ‘रेट्रोफिटिंग’ का काम तेजी से कराया जाए। पटना के सचिवालय स्थित संवाद सभाकक्ष में मंगलवार को आयोजित बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 12वीं बैठक के दौरान प्राधिकरण के सदस्य उदय कांत मिश्र द्वारा अस्पतालों में आग से बचाव एवं जीवन सुरक्षा से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिए जाने पर नीतीश ने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के सभी अस्पताल भवनों एवं स्कूली भवनों का रैपिड विजुअल स्क्रीनिंग (आरवीएस) प्राधिकरण द्वारा कराया गया है, उसके आधार पर तेजी से ‘रेट्रोफिटिंग’ का काम कराया जाय। उन्होंने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इन कार्यों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय के ‘संवाद’ में उद्यमी पंचायत की बैठक में सम्मिलित होते हुए।https://t.co/eDGbEDSu3q pic.twitter.com/kMhW1Rayzs
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 29, 2019
नीतीश ने कहा कि जीविका समूह की दीदियों को आपदा से बचाव के लिए प्रशिक्षण देना काफी उपयोगी होगा। वे इस माध्यम से लोगों को जागरूक करने में भी मददगार होंगी। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्द्धन के कार्यक्रमों को प्राथमिकता से करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यभार संभालने के तत्काल बाद जिलाधिकारियों एवं जिले के वरीय पदाधिकारियों को आपदा से बचाव से संबंधित प्रशिक्षण करा दें ताकि जिले में इस सबंध में वे जागरूकता अभियान चला सकें। आपदा राहत कार्य से जुड़े सभी सरकारी सवेकों का भी प्रशिक्षण करवा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से सभी लोगों को प्रशिक्षित कराया जाए। नीतीश ने कहा कि नाविकों का निबंधन और उनका उनका प्रशिक्षण साथ-साथ हो। सभी जगह सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम चलाया जाए और अभिभावकों के बीच जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि डूबने से होने वाली मौतों पर रोक लगाई जा सके।
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उन्होंने कहा कि नए-नए घाटों को भी जल्द से जल्द चिह्नित करा लें। जिला आपदा प्रबंधन योजना को भी कार्य योजना में शामिल किया जाए। नीतीश ने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन संस्थान को विकास प्रबंध संस्थान (डीएमआई) के साथ जोड़ने से काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों के जर्जर बिजली के तारों को बदल दिया जाए ताकि बिजली से होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके। नीतीश ने कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ ऊर्जा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भवन विभाग एवं संबंधित अन्य विभाग आग से बचाव एवं जीवन सुरक्षा के संबंध में अलग से एक बैठक कर लें। उन्होंने कहा कि जल, जीवन एवं हरियाली के लिए लोगों के बीच अभियान चलाने की एक कार्य योजना बनाई जा रही है। इसमें प्राधिकरण के सुझावों को भी शामिल किया जाएगा।
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