Mann Ki Baat में बोले PM Modi, कहा- भारत की अध्यक्षता में जी20 बना अधिक समावेशी, अफ्रीकी संघ को भी मिली जगह

PM Modi B20
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रितिका कमठान । Aug 27 2023 6:28PM

लम्बानी कारीगरों ने भी कमाल किया है जिसके 450 कारीगरों ने लगभग 1,800 'यूनिक पैच' का अद्भुत संग्रह बनाकर अपने कौशल और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया है। ऐसे ही कई अनोखे कारण रहे जिसकी वजह से जी20 कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आई कई मेहमान भारत की कलात्मक विविधता को देखकर आश्चर्यचकित थे।

भारत जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस खास दिन की तैयारी को लेकर पूरे भारत और खासतौर से दिल्ली में कई स्तर पर तैयारियां की जा रही है। इसी बीच अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में 27 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जी20 कि जिक्र किया है।

 उन्होंने कहा कि भारत जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 40 देशों और कई वैश्विक संगठनों के प्रमुख इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली आ रहे हैं। इसके लिए पूरी दिल्ली में ट्रैफिक, सफाई, स्वास्थ्य समेत कई तैयारियां की गई है। उन्होंने कहा, यह जी20 शिखर सम्मेलन के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की जनता उनके परिवार की तरह है। सितंबर का महीना भारत की क्षमता का गवाह बनने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा, "उनकी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी20 को अधिक समावेशी मंच बनाया है। भारत के निमंत्रण पर अफ्रीकी संघ भी जी20 में शामिल हुआ। इससे अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस महत्वपूर्ण मंच तक पहुंची है।" उन्होंने कहा कि जब से भारत ने पिछले साल बाली में जी20 की अध्यक्षता संभाली है, "इतना कुछ हुआ है कि यह हमें गर्व से भर देता है"।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में बड़े आयोजन करने की परंपरा से हटकर हम उन्हें देश के अलग-अलग शहरों में ले गए। देशभर के 60 शहरों में इससे जुड़ी करीब 200 बैठकें आयोजित की गई है। देश के जिस भी हिस्से में जी-20 के प्रतिनिधि गए, वहां लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जी20 में हिस्सा लेने वाले देशों के प्रतिनिधि हमारे देश की विविधता और हमारे जीवंत लोकतंत्र को देखकर बेहद प्रभावित हुए।'' उन्होंने यह भी महसूस किया कि भारत में बहुत सारी संभावनाएं हैं।

बनाए दो वर्ल्ड रिकॉर्ड भी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "जी20 की हमारी अध्यक्षता जनता की अध्यक्षता है, जिसमें जनभागीदारी की भावना सबसे आगे है।" उन्होंने कहा कि जी20 के 11 संलग्न समूहों के लिए शिक्षा जगत, नागरिक समाज, युवा, महिलाएं, सांसद, उद्यमी और शहरी प्रशासन से जुड़े लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश के 1.5 करोड़ से अधिक लोग जी20 आयोजनों से किसी न किसी रूप में जुड़े हुए हैं। जनभागीदारी के हमारे इस प्रयास में एक नहीं, दो-दो विश्व रिकॉर्ड बने हैं। वाराणसी में आयोजित जी20 क्विज़ में 800 स्कूलों के 1.25 लाख छात्रों ने हिस्सा लेकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। लम्बानी कारीगरों ने भी कमाल किया है जिसके 450 कारीगरों ने लगभग 1,800 'यूनिक पैच' का अद्भुत संग्रह बनाकर अपने कौशल और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया है। ऐसे ही कई अनोखे कारण रहे जिसकी वजह से जी20 कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आई कई मेहमान भारत की कलात्मक विविधता को देखकर आश्चर्यचकित थे। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा ही एक भव्य कार्यक्रम सूरत में आयोजित किया गया था। इस अनोखे 'साड़ी वॉकथॉन' में 15 राज्यों की 15,000 महिलाओं ने हिस्सा लिया। मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम से न केवल सूरत के कपड़ा उद्योग को बढ़ावा मिला, बल्कि 'वोकल फॉर लोकल' को भी बढ़ावा मिला। ये लोकल को ग्लोबल ले जाने की ओर भी अहम कड़ी साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में जी20 की बैठक के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो रही है।

दिल्ली वालों से की खास अपील
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अगस्त को दिल्ली की जनता से आग्रह किया था कि वो कई विश्व नेताओं की उपस्थिति के कारण होने वाली असुविधा के बावजूद आगामी जी20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने में मदद करें। 

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