गोरखपुर की बड़ी खबरें: कोरोना वायरस ने छीनी एक परिवार के तीन सदस्यों की जिंदगी

Corona virus

इस्लामिया इंटर कॉलेज के पूर्व अध्यापक तथा हॉकी के द्रोणाचार्य के नाम से प्रसिद्ध राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों को नई पहचान देने वाले सैयद याजी नुजज्फर उर्फ़ यासीन मास्टर का रविवार सुबह 9:00 बजे निधन हो गया।

 सैयद याजी नुजज्फर उर्फ़ यासीन मास्टर का निधन

इस्लामिया इंटर कॉलेज के पूर्व अध्यापक तथा  हॉकी के द्रोणाचार्य के नाम से प्रसिद्ध राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों को नई पहचान देने वाले सैयद याजी नुजज्फर उर्फ़ यासीन मास्टर का रविवार सुबह 9:00 बजे निधन हो गया।  200 से भी अधिक खिलाड़ियों  नई पहचान देने वाले यासीन मास्टर की मौत की खबर सुनते ही खेल प्रेमियों तथा खिलाड़ियों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके इंतकाल की जानकारी उनके बड़े सुपुत्र एस वाई जफर ने दी हॉकी कोच यासीन जफर ने गोरखपुर शहर से कई राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को नयी पहचान दिलाई है जिनमें से कुछ ने  नेशनल गेम्स तथा कुछ ने ओलंपिक गेम्स में भी प्रतिभाग किया है।

इसे भी पढ़ें: राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर स्वास्थ्यकर्मियों की अनदेखी का लगाया आरोप

 नेशनल स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स पटियाला में 1969 में यासीन जफर ने मेजर ध्यानचंद से हॉकी सीखी थी यासीन जफर के बड़े बेटे ने बातचीत के दौरान बताया कि कैसे उनके वालिद कहा करते थे कि एक समय ऐसा था कि गोरखपुर में हर गली हर मोहल्ले में बच्चे हॉकी स्टिक लेकर हॉकी की शान बढ़ाया करते थे उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता का कहना था कि जिस तरीके से एक स्टिक लेकर मेजर ध्यानचंद ने हॉकी का नाम पूरे विश्व भर में मशहूर किया था ठीक उसी तरीके से वे भी हॉकी का नाम देश दुनिया में प्रसिद्ध करना चाहते हैं । उन्होंने यह भी बताया कि आज के समय में हॉकी की रुचि बच्चों में कम दिखती है जिसकी पीड़ा उनके पिताजी को हमेशा रहा करती थी यासीन जफर के बड़े लड़के ने बताया कि मेजर ध्यानचंद जी को यदि हॉकी का जादूगर कहा जाता था तो यासीन जफर साहब को हॉकी का द्रोणाचार्य भी कहा जाता था। उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता हॉकी के लिए ही अपना सर्वोच्च त्याग चुके थे और अंतिम दिनों तक हॉकी के लिए ही अपना जीवन समर्पित किए थे।

इसे भी पढ़ें: कोरोना महामारी के खिलाफ सेना के साथ मिलकर युद्ध लड़ेगी शिवराज सरकार 

अपने घरों में स्वस्थ व सुरक्षित रहें लॉक डाउन का करें पालन -एसपी नार्थ

 एक दिन के संपूर्ण लॉक डाउन का  सड़कों पर दिखाई दिया पूरा असर उच्च अधिकारी द्वारा अपने सर्किल के अंतर्गत स्वयं सड़कों पर उतरकर लॉकडाउन का कराया गया पालन। पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने अपने सहयोगियों के साथ उत्तरी सर्किल के अंतर्गत पीपीगंज व कैंपियरगंज थाना अंतर्गत मुख्य सड़कों पर लॉक डाउन का पालन  कराया वैसे तो सड़कों पर आम जनता स्वयं अपने आप को लॉक हो गई थी कहीं इक्का-दुक्का  इमरजेंसी कार्यों हेतु सड़कों पर इधर उधर दिखाई दिये लोग तो उन्हें भी समझा-बुझाकर कोरोना प्रोटोकॉल  का पुलिस ने कराया आभास । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने अपने मातहतों को सख्त निर्देश दिया है कि किसी भी सर्किल के अंतर्गत  बेवजह सड़कों पर घूमने वाले कोई भी आम जनमानस दिखाई नहीं देना चाहिये।  प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का हर जनमानस को अनुपालन कराना हमारा दायित्व है। पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी उत्तरी सर्किल के आम जनमानस को अपने अपने घरों में रह कर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह करते देखा गया और निवेदन किया गया कि आप लोग अपने अपने घरों में स्वस्थ और सुरक्षित रहें बेवजह सड़कों पर ना निकले।

 

कोरोना ने छीनी परिवार के तीन लोगों की जान

12 दिन में कोरोना ने छीन ली दो भाइयों की जिंदगी तीसरा लड़ रहा मौत से जंग| कोरोना का संक्रमण इस बार परिवारों की खुशियों को लील रहा है। संक्रमितों के परिवार में एक से अधिक लोग इस जानलेवा वायरस की चपेट में आ रहे हैं।महानगर के अंधियारी बाग निवासी एक परिवार के चार में से दो भाई की पिछले 12 दिन में मौत हो चुकी है। तीसरा भाई निजी अस्पताल में भर्ती है। उसे सांस लेने में तकलीफ है। चौथे भाई की तबीयत भी ठीक नहीं है। वह होम आइसोलेशन में हैं। परिवार में एक संक्रमित का बेटा भी है जो इस वायरस के संक्रमण का शिकार है। वह भी होम आइसोलेशन में है। यह परिवार अंधियारी बाग में रहता है। सबसे बड़े भाई लखनऊ में रहते हैं। उनकी उम्र 70 वर्ष है। वह सबसे पहले संक्रमित हुए। कुछ दिन अस्पताल में रहे। इसके बाद होम आइसोलेशन में उनका इलाज चला। करीब 12 दिन पहले परिवार के सबसे छोटे भाई की तबीयत खराब हुई। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उनमें लक्षण कोरोना के थे। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर घर के पास स्थित अर्बन हेल्थ पोस्ट पहुंचे। अर्बन हेल्थ पोस्ट पर कोरोना जांच के दौरान उनकी मौत हो गई। जांच में एक भाई व भतीजा मिले संक्रमित इस घटना ने परिवार के सदस्यों को झकझोर दिया। अंतिम संस्कार के बाद परिजनों ने कोरोना जांच कराना शुरू किया। इस जांच में तीसरे नंबर के भाई(56 वर्ष) व भतीजा संक्रमित मिले। भाई को परिजनों ने बीते मंगलवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। भांजे संदीप ने बताया कि इलाज से हालत में सुधार होने का दावा डॉक्टरों ने किया था। रविवार के तड़के उन्होंने दम तोड़ दिया। परिवार में दूसरे नंबर के भाई की भी तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ है। सीने में दर्द हो रहा है। एंटीजन व आरटी पीसीआर जांच की रिपोर्ट निगेटिव है। हालांकि इलाज कर रहे डॉक्टर भी कोविड संदेह जता चुके हैं। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़