पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम किन शर्तों पर हुआ, सरकार बताए : अशोक गहलोत

Ashok Gehlot
ANI

राहुल गांधी लगातार देशवासियों के आक्रोश को सरकार के सामने रख रहे हैं कि जब ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना लगातार पाकिस्तान के ऊपर बढ़त ले रही थी तब ट्रंप के दबाव में आकर संघर्ष विराम क्यों किया गया।

 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष विराम को लेकर जनता के मन में कई सवाल हैं, जिनका जवाब केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार को देना चाहिए।

गहलोत के अनुसार जनता के मन में जो सवाल हैं उनमें से एक यह भी है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम किन शर्तों पर हुआ? गहलोत ने पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष विराम पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को समझना चाहिए कि देश के मन में जो सवाल है वही नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पूछ रहे हैं- देश नहीं हारा, फौज नहीं हारी, फिर क्यों डरी सरकार हमारी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा, आखिर ट्रंप बार-बार कैसे भारत पर दबाव डालकर संघर्ष विराम की बात कर रहे हैं? उनके अनुसार राहुल गांधी लगातार देशवासियों के आक्रोश को सरकार के सामने रख रहे हैं कि जब ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना लगातार पाकिस्तान के ऊपर बढ़त ले रही थी तब ट्रंप के दबाव में आकर संघर्ष विराम क्यों किया गया।

उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि पहलगाम हमले के बाद देशवासियों में गुस्सा था जिसके अनुरूप सेना ने आतंकियों एवं उनके पनाहगार देश पाकिस्तान पर कार्रवाई शुरू की। पूरा विपक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में सरकार के साथ था एवं देश एकजुट होकर तैयार था कि इस बार आतंकवाद को पूरी तरह नेस्तनाबूद करने के लिए सेना काम कर रही है। परंतु ट्रंप के संघर्ष विराम वाले ट्वीट के कुछ मिनट बाद ही भारत सरकार ने संघर्ष विराम का ऐलान कर दिया। इससे पूरे देश में सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश गया। उन्होंने लिखा कि अब भी देश की जनता के मन में ये सवाल हैं जिनके जवाब भाजपा सरकार को देने चाहिए। गहलोत ने सवाल किया कि अब तक पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी क्यों नहीं पकड़े गए हैं। उन्होंने सरकार से कई और सवाल भी किए।

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