जीएसटी केन्द्र की NDA सरकार का सबसे बड़ा प्रणालीगत सुधार: सीतारमण

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[email protected] । Jan 23 2019 5:39PM

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया है कि प्रणाली में किये जाने वाले सुधारों को इस तरह से लागू किया जाये कि भारत की वृद्धि संभावनाओं को पूर्ण रूप से हासिल किया जा सके।

चेन्नई। केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को 2017 में लागू किये गये माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के कार्यकाल में सबसे बड़ा प्रणालीगत सुधार बताया है। इससे भारत निवेशकों के लिये एक आकर्षक स्थल बन गया। तमिलनाडु सरकार द्वारा आयोजित दूसरे वैश्विक निवेशक सम्मेलन (जीआईएम) को संबोधित करते हुये रक्षा मंत्री ने कहा कि केन्द्र की मौजूदा सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रणालीगत सुधारों को पूरे साहस और जोश के साथ आगे बढ़ाया जाये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया है कि प्रणाली में किये जाने वाले सुधारों को इस तरह से लागू किया जाये कि भारत की वृद्धि संभावनाओं को पूर्ण रूप से हासिल किया जा सके। 

रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमने आर्थिक वृद्धि दर को 6.5 प्रतिशत से ऊपर बनाये रखा है, बीच में यह सात प्रतिशत को भी छू गई। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी अनुमान जताया है कि आने वाले सालों में हम सात प्रतिशत से भी आगे निकल जायेंगे।’’ उन्होंने कहा कि पिछले 60 साल के दौरान जो सबसे बड़ा सुधार किया गया है वह भारत को एक बाजार बनाने के रूप में किया गया। यह सफलता प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हासिल की गई। इसके अलावा और भी कई कदमों के साथ आज भारत विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में काफी ऊपर पहुंच गया है। ।सीतारमण ने कहा कि इसके साथ ही खाद्य मुद्रास्फीति अथवा सकल मुद्रास्फीति को पूरी तरह नियंत्रण में रखा गया। उन्होंने सवाल करते हुये कहा, ‘‘अब ऐसे में यदि कोई नया उद्योग लगाना चाहता है, कोई यदि कारोबार शुरू करना चाहता है तो उसे इससे अच्छी स्थिति और क्या चाहिये?’’

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रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर तमिल नाडु की वैमानिकी और रक्षा औद्योगिक नीति 2019 को भी जारी किया। ।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने इस अवसर पर अपने राज्य को उपयुक्त निवेश स्थल के तौर पर पेश किया। उन्होंने विभिन्न देशों के राजदूतों और उच्चायुक्तों एवं दूतावास अधिकारियों की उपस्थिति में तमिल नाडु को अनुकूल निवेश स्थल बताया। उन्होंने कहा, ‘‘7.2 करोड़ की आबादी जिसमें 80 प्रतिशत साक्षर हैं और 50 प्रतिशत आबादी शहरों में रहती है, इसके साथ तमिल नाडु एक नवोन्मेष आधारित अर्थव्यवस्था है। विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में उसकी मजबूत उपस्थिति रही है।’’

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