गुजरात कांग्रेस ने तोगड़िया के आरोपों की जांच की मांग की
गुजरात में विपक्षी कांग्रेस ने विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया के आरोपों को ‘गंभीर मुद्दा’ बताकर उसकी जांच की मांग की। तोगड़िया ने आरोप लगाया है कि उन्हें पुलिस मुठभेड़ में मार डाले जाने की साजिश की आशंका है।
अहमदाबाद। गुजरात में विपक्षी कांग्रेस ने विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया के आरोपों को ‘गंभीर मुद्दा’ बताकर उसकी जांच की मांग की। तोगड़िया ने आरोप लगाया है कि उन्हें पुलिस मुठभेड़ में मार डाले जाने की साजिश की आशंका है। कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने शहर के एक अस्पताल में तोगड़िया से मुलाकात की, जहां विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता को अचेतावस्था में भर्ती कराया गया था। मोढवाडिया के अलावा विहिप की विचारधारा के घोर आलोचक पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने भी अलग से तोगड़िया से मुलाकात की।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष तोगड़िया ने दावा किया कि वह कल छिप गए थे क्योंकि उन्हें डर था कि पुलिस एक पुराने मामले में गिरफ्तार करने के बाद मुठभेड़ में उनकी हत्या कर सकती है। तोगड़िया से मुलाकात के बाद मोढवाडिया ने तोगड़िया के आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की।
मोढवाडिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमसब (मुठभेड़ों के बारे में) राजस्थान पुलिस के ट्रैक रिकॉर्ड को जानते हैं। हम यह भी जानते हैं कि भाजपा के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है उसका क्या हश्र होता है, चाहे यह (भाजपा नेता) संजय जोशी, हरेन पांड्या हों या (सीबीआई) न्यायाधीश (बी एच) लोया हों। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिये तोगड़िया के मामले की स्वतंत्र जांच अवश्य कराई जानी चाहिये।’’
हाल में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से हाथ मिलाने वाले हार्दिक पटेल ने कहा, ‘‘आम लोगों के अधिकार छीने जा रहे हैं। मैं प्रवीण भाई की विचारधारा से सहमत नहीं हो सकता हूं, लेकिन मैं हमेशा उनके साथ हूं। हमसब जानते हैं कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह किस तरह की साजिश रच रहे हैं। मैं हिंदुओं के बारे में नहीं जानता हूं, लेकिन एक हिंदू संगठन का नेता अब निश्चित तौर पर खतरे में है।’’ गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी और पार्टी के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत ने भी तोगड़िया के उन आरोपों की जांच की मांग की कि उनकी मुठभेड़ में हत्या की जा सकती है।
गहलोत उस वक्त राजस्थान के मुख्यमंत्री थे जब तोगड़िया के खिलाफ राज्य के गंगापुर शहर में 2002 में पुलिस के आदेशों का उल्लंघन करने के लिये आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया था। सोलंकी ने कहा, ‘‘गुजरात में कानून व्यवस्था की स्थिति में काफी गिरावट आई है और यह आज के तोगड़िया के दावे में झलकता है। हम सच्चाई सामने लाने के लिये तोगड़िया के आरोपों की जांच की मांग करते हैं।’’ गहलोत ने कहा कि मुद्दा गंभीर है क्योंकि गुजरात और राजस्थान दोनों भाजपा शासित राज्य हैं।
गहलोत ने कहा, ‘‘तोगड़िया को पहले भी :राजस्थान में: गिरफ्तार किया गया था : जब कांग्रेस वहां सत्ता में थी:। तोगड़िया के सत्तारूढ़ पार्टी के साथ संबंध हैं। अगर इस तरह की बातें उनके साथ हो सकती हैं तो हम आम आदमी की स्थिति की कल्पना कर सकते हैं। यह एक गंभीर मुद्दा है और राज्य सरकार को जांच के आदेश देने चाहिये।’’
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