स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले, भारत के चिकित्सा पेशेवरों कोविड-19 से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

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हर्षवर्धन ने ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्ष ग्रेगोरी एंड्रयू हंट से मंगलवार को द्विपक्षीय स्वास्थ्य सहयोग पर चर्चा के दौरान कहा कि बीमारी की शुरुआत से चिकित्सा पेशेवरों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और वायरस के संबंध में जीनोम सीक्वेंस के अध्ययन का काम शुरू किया गया।

नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत के चिकित्सा पेशेवरों, स्वास्थ्यकर्मियों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वे दवा की खोज तथा बीमारी के संबंध में मौजूदा दवाओं के इस्तेमाल को लेकर मदद कर रहे हैं। हर्षवर्धन ने ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्ष ग्रेगोरी एंड्रयू हंट से मंगलवार को द्विपक्षीय स्वास्थ्य सहयोग पर चर्चा के दौरान कहा कि बीमारी की शुरुआत से चिकित्सा पेशेवरों ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और वायरस के संबंध में जीनोम सीक्वेंस के अध्ययन का काम शुरू किया गया। 

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उन्होंने कहा, ‘‘जनवरी में वायरस की जांच के लिए महज एक प्रयोगशाला थी। अब देश में व्यापक स्तर पर जांच के लिए 1200 से ज्यादा प्रयोगशाला हैं।’’ स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में हर्षवर्धन के हवाले से कहा कि भारत के दवा निर्माताओं की बदौलत भारत 140 देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति करने में सक्षम हुआ। मंत्रालय ने कहा कि 10 अप्रैल 2017 को स्वास्थ्य और दवा के क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दस्तखत हुए सहमति पत्र को लेकर हर्षवर्धन ने हंट से बातचीत की। बयान में कहा गया कि दोनों देशों के स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य और अन्य साझा हितों वाले क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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