Matrubhoomi: कैसा था पुराना भारत, यहां जानिए प्राचीन भारतीय इतिहास का घटनाक्रम

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निधि अविनाश । May 30 2022 4:09PM

जानकारी के लिए बता दें कि वेदों को मेसोपोटामिया और मिस्त्र ग्रंथों के बाद सबसे ज्यादा पुराना ग्रंथ माना जाता है। इस दौरान भारतीय समाज में हिंदू धर्म की नींव पड़ी। आर्यों ने पूरे उत्तर भारत में गंगा के मैदानी इलाकों में वैदिक सभ्यता को फैलाया।

भारत का इतिहास बहुत पुराना है। बताया जाता है कि भारत का इतिहास लगभग 75,000 साल पुराना है और इसका साफ-साफ प्रमाण होमो सेपियंस की मानव गतिविधि से मिलता है। बता दें कि 5 हजार साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता के वासियों ने कृषि और व्यापार पर आधारित एक शहरी संस्कृति विकसित कर ली थी। यूगों के अनुसार भारत का इतिहास पाषाण युग से शुरू हुआ।

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लगभग 500,000 से 200,000 साल इस युग की शुरूआत हुई थी। हाल ही में तमिलनाडु में एक खोज कि गई जिसमें पाषाण युग में सबसे पहले मानव की उपस्थिति का पचा चलता है। यहां देश के उत्तर पश्चिमी हिस्से से 200,000 साल पहले के मानव द्वारा बनाए हथियार भी खोजे गए हैं। पाषाण युग के बाद कांस्य युग की शुरूआत होती है। इसकी शुरूआत लगभग 3,300 ईसा पूर्व सिंधु घाटी सभ्यता के साथ हुई। यह मेसोपोटामिया और प्राचीन मिस्त्र के साथ साथ विश्व की शुरुआती सभ्यताओं में से एक मानी जाती है।

इस युग में लोगों ने धातु विज्ञान और हस्तशिल्प की तकीनीकों का इस्तेमाल कर तांबा, पीतल, सीसा और टिन का उत्पादन किया था।

भारत के  प्रारंभिक ऐतिहासिक काल की बात करें तो सबसे पहले वैदिक काल आया। इसपर सबसे पहले आर्य ने अपने पैर पसारे। लगभग ,500 ईसा पूर्व उत्तर से आए आर्य अपने साथ मजबूत सांस्कृतिक परंपरा लेकर आए। उनके द्वारा बोली जाने वाली भाषा, वेदों को लिखना इन सबकी शुरूआत 12वीं ईसा पूर्व में हुए, जिन्हें आज प्रचीन का ग्रंथ भी माना जाता है।

जानकारी के लिए बता दें कि वेदों को मेसोपोटामिया और मिस्त्र ग्रंथों के बाद सबसे ज्यादा पुराना ग्रंथ माना जाता है। इस दौरान भारतीय समाज में हिंदू धर्म की नींव पड़ी। आर्यों ने पूरे उत्तर भारत में गंगा के मैदानी इलाकों में वैदिक सभ्यता को फैलाया। सिंधु घाटी सभ्यता के बाद भारत में शहरीकरण का आगमन हुआ। महाजनपद काल,जिसको अगर दो भागों में तोड़े तो महा मतलब महान और जनपद मतलब किसी जनजाती का आधार।

जब वैदिक युग का अंत हुआ तो पूरे उपमहाद्वीप में कई छोटे राजवंश और राज्य पनपने लगे थे। 500 ईसा पूर्व तक 16 गणराज्य या कहें कि महाजनपद स्थापित हो चुके थे। इनमें  कासी, कोसाला, अंग, मगध, वज्जि या व्रजी, मल्ला, चेडी, वत्स या वम्स, कुरु, पंचाला, मत्स्य, सुरसेना, असाका, अवंति, गंधारा और कंबोजा शामिल है।

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मौर्य वंशजों का मौर्य साम्राज्य 322-185 ईसा पूर्व तक रहा। प्राचीन भारत में मौर्य साम्राज्य का राजनीतिक और सैन्य काफी शक्तिशाली राज्य रहा था।चन्द्रगुप्त मौर्य ने इसे उपमहाद्वीप में मगध, जो कि आज के समय में बिहार है, में स्थापित किया और महान राजा अशोक के शासन में यह बहुत उन्नत हुआ।

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