'अगर मैं मुजरिम हूं तो हमें सज़ा सुना दी जाए...' जब संवाददाता सम्मेलन में अचानक बोले झारखंड के CM

हेमंत सोरेन ने कहा कि यह हमारे विरोधियों द्वारा षड्यंत्र रचने का काम किया जा रहा है। अगर मैं मुजरिम हूं तो हमें सज़ा सुना दी जाए... अगर मैं गुनहगार हूं और इतने दिनों तक सज़ा नहीं सुनाई जा रही है तो मैं इस पद पर किस हैसियत से बैठा हूं? इसका जवाब उनको देना है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने योग्यता वाले मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि अगर मैं दोषी हूं तो मुझे सजा मिलनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने झारखंड की राजनीति में अस्थिरता के सवाल पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार मजबूत है, यहां कोई अस्थिरता नहीं है। आज संवाददाता सम्मेलन में हेमंत सोरेन से अयोग्यता के मुद्दे पर सवाल पूछा गया। इसके जवाब में हेमंत सोरेन ने कहा कि यह हमारे विरोधियों द्वारा षड्यंत्र रचने का काम किया जा रहा है। अगर मैं मुजरिम हूं तो हमें सज़ा सुना दी जाए... अगर मैं गुनहगार हूं और इतने दिनों तक सज़ा नहीं सुनाई जा रही है तो मैं इस पद पर किस हैसियत से बैठा हूं? इसका जवाब उनको देना है।
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हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि राज्य में कृत्रिम बवंडर बनाया जा रहा है। राज्यपाल और चुनाव आयोग के संदर्भ में कहूंगा कि यह भारत की पहली घटना होगी कि एक मुख्यमंत्री खुद राज्यपाल महोदय और चुनाव आयोग से हाथ जोड़कर एक मुख्यमंत्री को क्या सज़ा मिलनी चाहिए उसका आग्रह कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक राजनीतिक अस्थिरता (झारखंड में) का सवाल है, मुझे लगता है कि ऐसी कोई अस्थिरता नहीं है। सब कुछ सामान्य है...यह एक कृत्रिम बवंडर है। दरअसल पिछले दिनों इस बात की चर्चा जोरों पर था कि लाभ के पद के आरोप लगने के बाद हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द की जा सकती है। दावा तो यह भी किया गया था कि चुनाव आयोग ने लाभ के पद पर होने का आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश राज्यपाल रमेश बैस को भेजी थी।
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