गांधी के रास्ते पर नहीं चले तो हम और हमारी संस्कृति दोनों नष्ट हो जाएंगे: कमलनाथ
महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती पर यहां आयोजित पद-यात्रा में शामिल होने के बाद कमलनाथ ने कहा कि देश, दुनिया और समाज में व्यप्त तनाव से मुक्त होने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचारों को अपना कर उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना जरूरी है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को कहा कि हमारा देश अगर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के रास्ते पर नहीं चला तो मुझे यह कहने में कतई संकोच नहीं है कि हम और हमारी संस्कृति दोनों ही नष्ट हो जाएंगे। महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती पर यहां आयोजित पद-यात्रा में शामिल होने के बाद कमलनाथ ने कहा कि देश, दुनिया और समाज में व्यप्त तनाव से मुक्त होने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचारों को अपना कर उनके दिखाए गए मार्ग पर चलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी सिर्फ भारत ही नहीं, विश्व के नेता थे। उन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई थी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जवाहर चौक से मिंटो हॉल तक पद यात्रा शुरू। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ और जनसंपर्क मंत्री श्री @pcsharmainc पद यात्रा में शामिल हैं।#GandhiJayanti #GandhiAt150 pic.twitter.com/1R1J532Raq
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) October 2, 2019
कमलनाथ ने कहा, ‘‘इतिहास में एक समय ऐसा आता है, जब सही राह की आवश्यकता होती है। आज हमारे देश, समाज और पूरी दुनिया में जो हालात हैं, उसका निदान महात्मा गाँधी के बताए मार्ग पर चलकर ही संभव होगा।’’ उन्होंने कहा कि गाँधी ने अपने साधारण व्यक्तित्व से अंग्रेजों का मुकाबला कर उनसे भारत को मुक्ति दिलाकर असाधारण और अभूतपूर्व काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारा देश अगर गाँधी के रास्ते पर नहीं चला, तो मुझे यह कहने में कतई संकोच नहीं है कि हम और हमारी संस्कृति, दोनों नष्ट हो जाएंगे।’’ कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस को गर्व है कि उसका नेतृत्व महात्मा गाँधी जैसे महानतम व्यक्ति ने किया है। आज कांग्रेस पार्टी अगर समाज और देश को जोड़ने की बात करती है, तो यह देन महात्मा गाँधी की है। इस अवसर पर मिंटो हाल स्थित गाँधी के प्रतिमा स्थल पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
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प्रार्थना सभा में विभा शर्मा और उनके साथियों द्वारा गाँधी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाने रे और पायो जी मैंने, राम रतन धन पायो की अविस्मरणीय प्रस्तुति दी गई। वहीं, गाँधी जयंती पर संस्कृति विभाग द्वारा भारत भवन में यहां आयोजित गाँधी पर्व समारोह का शुभारंभ करते हुए कमलनाथ ने देश की युवा पीढ़ी का आह्वान किया है कि वे गाँधी के मूल्यों और सिद्धांतों को अपनाएँ तथा जीवन में उस पर अमल करें। उन्होंने कहा कि गाँधी के मूल्यों को सुरक्षित रखकर ही हम मानव जाति को संकट से बचा सकते हैं। कमलनाथ ने कहा कि गाँधी के विचार में भारतीय संस्कृति और उसकी विविधता, सद्भाव, समानता तथा एकता का समावेश है। उन्होंने कहा कि गाँधी को अपने जीवन में अपनाने से न केवल अपने देश को बल्कि दुनिया को विभिन्न संकटों से मुक्ति दिला सकेंगे।
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