वाराणसी में कोरोना संक्रमण सैंपलों की जांच में केवल 51 पॉजिटिव, मौतों का ग्राफ भी आया नीचे

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आरती पांडेय । Jun 2 2021 5:23PM

टीकाकरण के बाद भी दोहरे मास्क, दो गज की दूरी और साबुन-पानी से बार-बार हाथ धोने की आवश्यकता है। खासकर तब जबकि तीसरी लहर की जिस तरह से चर्चाएं चल रही हैं। उस दृष्टि से बच्चों के प्रति बड़ों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अभी कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।

वाराणसी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब काबू में आने लगी है। बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से मंगलवार को मिले 6492 सैंपलों के परिणाम में केवल 51 पाजिटिव रहे। वहीं इलाज के दौरान दो मरीजों ने दम तोड़ दिया। अधिकांश नए मरीजों को हाेम आइसोलेशन का निर्देश देते हुए कमांड सेंटर से उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है। वहीं होम आइसोलेशन के 102 एवं विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 32 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया। जिले में अब तक 81799 पाजिटिव केस मिले हैं, जिनमें से 80039 स्वस्थ भी हो चुके हैं। वर्तमान में केवल 1004 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। उधर, लैबों में 4852 सैंपल पेंडिंग है, जिनके परिणाम का इंतजार है।

832 बच्चों की हुई जांच, सभी निगेटिव

तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अब घर-घर जाकर बच्चों की कोरोना जांच कर रहा है। मंगलवार को 832 बच्चों की आरटीपीसीआर जांच की गई, जिसमें पांच साल तक के 187, छह से 12 वर्ष तक के 319 व 13 से 18 वर्ष तक के 326 बच्चे शामिल थे। सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।

सीएमओ ने कहा- टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी

कोविड-19 के संक्रमण का प्रसार कम होने पर सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है जिसके चलते हमें और अधिक सतर्क व बचाव करने की आवश्यकता है । विशेषज्ञों का मानना है कि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। इसलिए पूरी तरह से सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर कोरोना टीकाकरण महाअभियान भी चल रहा है । टीकाकरण के बाद भी दोहरे मास्क, दो गज की दूरी और साबुन-पानी से बार-बार हाथ धोने की आवश्यकता है। खासकर तब जबकि तीसरी लहर की जिस तरह से चर्चाएं चल रही हैं। उस दृष्टि से बच्चों के प्रति बड़ों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अभी कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।

वाराणसी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कोरोना संचारी रोग का वायरस है, इससे सामान्य उपाय जैसे मास्क या फेस कवर पहनना, बार-बार हाथ धोना और शारीरिक दूरी बनाकर ही बचा जा सकता है। एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचार के विभिन्न माध्यमों से गुणात्मक रुप से फैलता है। इससे बचने का एक मात्र सबसे बढ़िया उपाय है- कोरोना के बचाव के नियमों का पालन करते हुए स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को बचाया जाए।

जिले में अबतक करीब 5.18 लाख लोगों को लगा कोरोना का टीका

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह भी बताया कि कोरोना टीकाकरण के बाद भी कोरोना के वायरस से सुरक्षित रखने के लिये सभी को भीड़-भाड़, सार्वजनिक स्थल, बाजार, धार्मिक स्थलों पर जाने से अपने और अपने परिवार को बचाना होगा। स्वयं या परिवार के साथ भीड़-भाड़ की जगह पर पहुंच गये तो इधर-उधर की अंजान वस्तुओं को हाथ लगाने या छूने से बचें। उन्होने बताया जिले में 16 जनवरी से अबतक करीब 5.18 लाख लोगों को कोविड-19 टीका लगाया जा चुका है। इसमें 45,007 हेल्थ केयर वर्कर्स, 61,384 फ्रंट लाइन वर्कर्स, 18 से 44 वर्ष के करीब 1.12 लाख, 45 से 60 वर्ष के 1.86 लाख तथा 60 वर्ष से ऊपर के 1.13 लाख लोग शामिल हैं।

अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है, थोड़ा कम जरुर हुआ है। सरकार और प्रशासन लोगों की समस्याओं, जरुरतों और आवश्कताओं को ध्यान में रखते हुए अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की है, आगामी संभावित तीसरी लहर की चेतावनी के साथ अभी लोगों को कम से कम छह माह तक सावधानी रखनी है। पिछले अनुभव को देखते हुए बगैर मास्क के घर से नहीं निकलें। हाथों को साबुन-पानी से बार-बार धुलें। सेनिटाईजर का प्रयोग करें। विश्व स्वास्थय संगठन (डबल्यूएचओ) समेत तमाम विशेषज्ञ व चिकित्सक सभी इस बात पर जोर देते आए हैं कि मास्क पहनने से 90 प्रतिशत तक कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।

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