महिलाओं के खिलाफ बजरंग मुनि दास की अमर्यादित टिप्पणी, FIR दर्ज, एक्शन में महिला आयोग

Bajrang Muni Das
अंकित सिंह । Apr 8 2022 4:43PM

महंत के बयान से साफ तौर पर पता चलता है कि उनका यह बयान एक समुदाय की महिलाओं के प्रति बेहद ही अमर्यादित था। इसी को देखते हुए फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। सीतापुर एसएसपी को इस केस की जांच भी सौंप दी गई है। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग भी एक्शन में आ गया।

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक महंत का विवादित और भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो के आने के बाद से विवाद भी खड़ा हो गया है। दरअसल, महान के महंत बजरंग मुनि दास काफी चर्चा में हैं। उन्होंने कुछ ऐसा बयान दे दिया है जिसके बाद वह चौतरफा घिरे हुए नजर आ रहे हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा है कि खैराबाद में 80% मुसलमान, 20% हिंदू हैं। ऐसे में हिंदुओं की स्थिति बताने की जरूरत नहीं है। हमारी कलश यात्रा के दौरान, वे करौली जैसी घटना को दोहराने के लिए लाठी-पत्थरों से तैयार किए गए थे, लेकिन पुलिस के कारण ऐसा नहीं हुआ। अपने बयान में उन्होंने कहा कि अगर वे हमारी बेटियों को परेशान करेंगे तो उनकी बेटियां भी सुरक्षित नहीं रहेंगी। मुझे झूठे आरोपों के तहत गढ़ने के लिए वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।

महंत के बयान से साफ तौर पर पता चलता है कि उनका यह बयान एक समुदाय की महिलाओं के प्रति बेहद ही अमर्यादित था। इसी को देखते हुए फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। सीतापुर एसएसपी को इस केस की जांच भी सौंप दी गई है। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग भी एक्शन में आ गया। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ये महंत कहलाते हैं और ऐसी बातें करते हैं, महिलाएं चाहे किसी भी समदाय की हो उनका सम्मान होना चाहिए। 1-2 साल से देखा जा रहा है कि हिंदू मुसलमानों को धमकी दे रहे है या मुसलमान हिंदुओं को धमकी दे रहे हैं, इसमें महिलाएं ही निशाना बनती हैं।

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सीतापुर में महंत के अभद्र भाषा के वायरल वीडियो पर NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि हम ऐसी शिकायतें बार-बार ले रहे हैं और उन्हें पुलिस के पास ले जा रहे हैं, ऐसा लगता है कि मामले कम नहीं हो रहे हैं। इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं और आम लोग भी ऐसी घटनाओं को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि एक खास समुदाय की महिलाओं के साथ बलात्कार के बारे में सार्वजनिक रूप से इस तरह की बात करने वाले लोग स्वीकार्य नहीं हैं। हमने आज ही UP के DGP को लिखा है चाहे वे धार्मिक संत हों या कोई भी,कार्रवाई होनी चाहिए। 

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