चार दिन के भीतर दूसरी बार सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण

QRSAM System

आईटीआर के एक बयान में कहा गया कि रडारों ने लक्ष्य का काफी दूर से पता लगा लिया और मिशन कंप्यूटर द्वारा स्वचालित ढंग से मिसाइल दागे जाने तक इसपर नजर रखी।

बालासोर। भारत ने चार दिन के भीतर दूसरी बार मंगलवार को त्वरित प्रतिक्रिया वाली सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (क्यूआरएसएएम) प्रणाली का सफल परीक्षण किया जिसने हवाई लक्ष्य पर सटीक निशाना साधकर इसे नष्ट कर दिया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से अपराह्न लगभग 3.42बजे किया गया। उन्होंने कहा कि परीक्षण में मानवरहित हवाई लक्ष्य पर निशाना साधा गया। आईटीआर के एक बयान में कहा गया कि रडारों ने लक्ष्य का काफी दूर से पता लगा लिया और मिशन कंप्यूटर द्वारा स्वचालित ढंग से मिसाइल दागे जाने तक इसपर नजर रखी। रडार डेटा लिंक के माध्यम से निरंतर निर्देशन उपलब्ध कराया गया। 

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बयान में कहा गया कि क्यूआरएसएएम प्रणाली में स्वदेश में विकसित उपप्रणालियों का इस्तेमाल हुआ है। परीक्षण के सभी मानक पूरी तरह प्राप्त कर लिए गए और यह सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। पहली क्यूआरएसएएम प्रणाली का परीक्षण 13 नवंबर को किया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने क्यूआरएसएएम के सफल परीक्षण पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों को बधाई दी। डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने दूसरे सफल परीक्षण के लिए क्यूआरएसएएम परियोजना पर काम करने वाली पूरी टीम को बधाई दी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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