दिल्ली हिंसा की जिम्मेदारी तय करने के लिए न्यायिक जांच होनी चाहिए: कर्ण सिंह

judicial-inquiry-should-be-done-to-decide-responsibility-for-delhi-violence-karan-singh
इस 88 वर्षीय नेता ने कहा कि लोगों का मारा जाना और व्यापक तौर पर संपत्ति की क्षति आने वाले कई वर्षों तक राष्ट्रीय राजधानी पर धब्बा रहेगी। उन्होंने सभी समुदाय से अपील की है कि वह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के जाल में न फंसे।

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने बुधवार को कहा कि दिल्ली के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में शांति लाने के लिए अगर जरूरत हो तो सेना तैनात की जानी चाहिए और स्थिति सामान्य होने के बाद जिम्मेदारी तय करने के लिए न्यायिक जांच होनी चाहिए। उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 24 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें गुप्तचर ब्यूरो का एक कर्मचारी भी शामिल है जिनका शव नाले से मिला।

इसे भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा: चांदबाग में मिला IB कर्मी का शव, हत्या कर नाले में फेंक दिया गया था

दिल्ली से पूर्व राज्यसभा सदस्य और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सद्र-ए-रियासत सिंह ने कहा, ‘‘दिल्ली में 50 साल से ज्यादा रहा हूं और उसका प्रतिनिधित्व भी किया है। ऐसे में इस राष्ट्रीय राजधानी में जहरीले सांप्रदायिक दंगे देखना स्तब्ध करने वाला है।’’ इस 88 वर्षीय नेता ने कहा कि लोगों का मारा जाना और व्यापक तौर पर संपत्ति की क्षति आने वाले कई वर्षों तक राष्ट्रीय राजधानी पर धब्बा रहेगी। उन्होंने सभी समुदाय से अपील की है कि वह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के जाल में न फंसे।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


अन्य न्यूज़