अनुच्छेद 35-ए और 370 को कानूनी चुनौती के खिलाफ अलगाववादियों की हड़ताल
उच्चतम न्यायालय में अनुच्छेद 35-ए और 370 अनुच्छेदों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाएं दायर की गई हैं।
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद 35-ए और 370 को कानूनी चुनौती देने के खिलाफ अलगाववादियों के बंद के कारण कश्मीर में बुधवार को सामान्य जनजीवन बाधित रहा। उच्चतम न्यायालय में इन अनुच्छेदों की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाएं दायर की गई हैं। सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक वाले ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) संगठन ने बुधवार से दो दिवसीय बंद का आह्वान किया है।
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इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर में दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों से सार्वजनिक वाहन भी नदारद रहे। हालांकि शहर के कई इलाकों में निजी वाहन सड़कों पर दौड़ते दिखाई दिए। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में अन्य जिला मुख्यालयों से बंद की खबरें मिली हैं। अनुच्छेद 35-ए और 370 जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा और उसके ‘स्थायी निवासियों’ को विशेष अधिकार प्रदान करते हैं। जेआरएल ने एक बयान में कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग राज्य की जनसांख्यिकी को बदलने की नयी दिल्ली की हर कोशिश का का पूरी ताकत से विरोध करेंगे।
The 35A hearing is not listed for today or tomorrow. It has only figured in the weekly cause list, no specific date mentioned yet. JRL hartal call in Kashmir issued without knowing the facts.
— Nazir Masoodi (@nazir_masoodi) February 13, 2019
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