केसीआर का बड़ा फैसला! उपराष्ट्रपति चुनाव से BRS दूर, क्या NDA की राह हुई आसान?

केसीआर के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का फैसला किया है, जिसमें बीजू जनता दल भी शामिल है। यह निर्णय राजनीतिक समीकरणों और एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के भारी पलड़े को देखते हुए लिया गया है, जिनका मुकाबला विपक्ष के बी. सुदर्शन रेड्डी से है।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने सोमवार को कहा कि पार्टी ने मंगलवार को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। केटीआर ने कहा कि यह फैसला पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी नेताओं के साथ हुई बैठक में लिया गया। उन्होंने बताया कि इस फैसले से पार्टी के राज्यसभा सांसदों को अवगत करा दिया गया है और उन्हें मतदान से दूर रहने को कहा गया है।
इसे भी पढ़ें: निलंबन के एक दिन बाद K Kavitha ने BRS से दिया इस्तीफा, पिता KCR और भाई KTR को दी ये सलाह
ओडिशा की बीजू जनता दल ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। बीआरएस के वर्तमान में राज्यसभा में चार सदस्य हैं, और लोकसभा में उसका कोई सदस्य नहीं है। उपराष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है, जिसमें लोकसभा, राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य और उच्च सदन के मनोनीत सदस्य शामिल होते हैं। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मंगलवार को अपने वोट के माध्यम से यह फैसला करेंगे कि सी. पी. राधाकृष्णन और बी. सुदर्शन रेड्डी में से देश का अगला उप राष्ट्रपति कौन होगा। राधाकृष्णन, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं, जिनका सीधा मुकाबला विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी से है।
उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान मंगलवार 9 सितंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे समाप्त होगा। मंगलवार देर शाम तक नतीजे घोषित होने की उम्मीद है। उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी राज्यसभा महासचिव पी. सी. मोदी ने कहा है कि मतदान मंगलवार को संसद भवन के कमरा संख्या एफ-101, वसुधा में होगा। देश के 17वें उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए, निर्वाचक मंडल में राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं), तथा 12 मनोनीत सदस्य और लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में एक सीट रिक्त है) शामिल हैं। निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (वर्तमान में 781) हैं। इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं। राधाकृष्णन तमिलनाडु से, जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं।
इसे भी पढ़ें: के कविता का BRS में बगावती तेवर, KCR को फंसाने में अपनों का हाथ, मैं खाल उधेड़ दूंगी!'
संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। इनके इस्तीफे के कारण यह चुनाव हो रहा है। विभिन्न दलों द्वारा दिए गए समर्थन को आधार बनाकर आंकड़ों के लिहाज से देखें तो राजग उम्मीदवार का पलड़ा भारी है, हालांकि विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी बार-बार यह कहकर अपनी दावेदारी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं कि लड़ाई वैचारिक है तथा यह मतदान सिर्फ उप राष्ट्रपति चुनने के लिए नहीं है, बल्कि भारत की भावना के लिए है। उप राष्ट्रपति पद के राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन तमिलनाडु की एक प्रमुख ओबीसी जाति गौंडर से आते हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पृष्ठभूमि से हैं।
अन्य न्यूज़











