किसान के बेटे के खिलाफ साजिश रच रहे राजा-महाराजा: शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में कांग्रेस के तीन दिग्गज नेताओं पर सोमवार को चुनावी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ उन्हें लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिये उनके खिलाफ षड़यंत्रों का जाल बिछा रहे हैं।
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में कांग्रेस के तीन दिग्गज नेताओं पर सोमवार को चुनावी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ उन्हें लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिये उनके खिलाफ षड़यंत्रों का जाल बिछा रहे हैं। शिवराज सत्तारूढ़ भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा के तहत जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के मांगलिया गांव में चुनावी सभा को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने इशारों ही इशारों में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को राजा, प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के प्रमुख ज्योतरादित्य सिंधिया को महाराजा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को उद्योगपति बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजा, महाराजा और उद्योगपति मुझसे बेहद परेशान हैं। उन्हें लग रहा है कि मुझ जैसा किसान का बेटा लगातार 13 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर किस तरह आसीन है। उन्हें दिन-रात मैं ही दिखायी देता हूं। शिवराज ने कहा कि इन नेताओं को डर है कि कहीं मैं चौथी बार मुख्यमंत्री न बन जाऊं। इसलिये वे मेरे खिलाफ षड़यंत्रों का जाल बिछा रहे हैं और आये दिन मुझ पर उल्टे-सीधे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सूबे की मतदाता सूची में गड़बड़ी के कथित तौर पर झूठे आरोप लगाकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। लेकिन शीर्ष अदालत ने कांग्रेस की याचिका खारिज कर दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को मुगालता है कि सूबे में सत्ता विरोधी रुझान है। वे इस बार मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने के सपने देख रहे हैं। शिवराज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कानूनी बाधाएं खड़ी कर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री जनकल्याण (सम्बल) योजना के क्रियान्वयन को रोकने की कोशिश की और गरीबों का हक मारने का प्रयास किया। गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनावों से ऐन पहले पेश इस योजना को सत्तारूढ़ भाजपा का बड़ा दांव माना जा रहा है। इसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर तबके के हितग्राहियों के बिजली बिल माफ किये जाते हैं और उन्हें अन्य तरीकों से सरकारी मदद दी जाती है।
शिवराज ने दिग्विजय सिंह की अगुवाई वाले कांग्रेस के पूर्ववर्ती शासनकाल (दिसंबर1993 से दिसंबर 2003) में प्रदेश में सड़कों, बिजली और जलापूर्ति के क्षेत्रों की बदहाली का आरोप लगाते हुए कहा कि दिग्विजय बंटाधार मुख्यमंत्री थे। उन्होंने पूरे प्रदेश को बर्बाद कर दिया था। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के "गरीबी हटाओ" के मशहूर नारे पर सवाल भी उठाये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गरीबी हटाने के नाम पर केवल हवाबाजी करती रही। उसके राज में गरीबों के तन पर केवल लंगोटी रह गयी थी। कांग्रेस को भाजपा से सीखना चाहिये कि गरीबी किस तरह हटायी जाती है।
कन्नौद के लिए आज ऐतिहासिक दिन है, जब समृद्ध नए मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए आशीर्वाद प्रदान करने पूरा शहर सड़कों पर उमड़ पड़ा है। घर-घर से पुष्प वर्षा कर मुझ पर स्नेह और विश्वास लुटाने के लिए आप सभी का ह्रदय से आभार। #JanAshirwadYatra #SamriddhMP pic.twitter.com/0ijS1gfXfd
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 15, 2018
इंदौर के सुपर कॉरिडोर क्षेत्र की सड़क को वॉशिंगटन शहर की सड़कों से बेहतर बताने वाले मुख्यमंत्री ने एक नया दावा किया। उन्होंने कहा कि सांवेर क्षेत्र की एक सड़क गुणवत्ता के मामले में अमेरिकी सड़कों से कम नहीं है। हालांकि, उन्होंने राज्य के इस ग्रामीण इलाके की संबंधित सड़क का विशिष्ट उल्लेख नहीं किया। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस नेता कभी नहीं मानेंगे कि अमेरिकी सड़कों से मध्यप्रदेश की सड़कें बेहतर हैं, क्योंकि उनकी आंखों पर अब तक विदेशी गुलामी का चश्मा चढ़ा है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवम्बर को मतदान होना है।
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