Kolkata rape case: अब भी हड़ताल खत्म करने के लिए तैयार नहीं है डॉक्टर, Mamata Banerjee से फिर मिलने की मांग
आंदोलन खत्म ना करने की बात कहते हुए डॉक्टरों ने बयान जारी किया कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों को ठोस तरीके से लागू नहीं करती, तब तक वे काम बंद हड़ताल जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि उनकी सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की 99 प्रतिशत मांगें स्वीकार कर ली हैं
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा कोलकाता के लिए नए पुलिस आयुक्त की नियुक्ति किए जाने और स्वास्थ्य विभाग के दो अधिकारियों को हटाए जाने के बाद भी अभी जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। इन दोनों कदमों को जूनियर डॉक्टरों ने आंशिक जीत बताया है। वहीं डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फिर मुलाकात करनी है।
आंदोलन खत्म ना करने की बात कहते हुए डॉक्टरों ने बयान जारी किया कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों को ठोस तरीके से लागू नहीं करती, तब तक वे काम बंद हड़ताल जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि उनकी सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की 99 प्रतिशत मांगें स्वीकार कर ली हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेने के लिए एक आम सभा की बैठक के बाद इन निर्णयों की घोषणा की गई। उन्होंने राज्य के चिकित्सा बुनियादी ढांचे पर दबाव का हवाला देते हुए उनसे अपने कर्तव्यों पर वापस लौटने का आग्रह किया।
इस बैठक में अन्य मांगों पर चर्चा के लिए मुख्य सचिव मनोज पंत को एक और ईमेल भेजकर मुख्यमंत्री के साथ एक और बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया। कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को हटाने के अलावा डॉक्टरों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को भी हटाने की मांग की थी। डॉक्टरों ने दावा किया कि सोमवार को मुख्यमंत्री ने निगम को हटाने का आश्वासन दिया था।
डॉक्टरों ने कहा कि वे अस्पतालों के अंदर डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए घोषित उपायों पर चर्चा करना चाहते हैं। वे यह भी जानना चाहते हैं कि राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए वादा किए गए 100 करोड़ रुपये को कैसे खर्च करने की योजना बना रही है।
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