योग की तरह आयुर्वेद का भी विश्व में प्रसार होना चाहिए: श्रीपद नाईक

Like yoga, Ayurveda should spread globally
[email protected] । Jul 21 2018 4:35PM

आयुष मंत्री श्रीपद नाईक ने कहा है कि वह चाहते हैं कि जिस तरह योग दुनियाभर में पहुंचा है उसी तरह आयुर्वेद भी पूरे विश्व में फैले तथा। इसके लिए पहला कार्य इस प्राचीन विज्ञान के लाभों के बारे में जागरुकता फैलाना है।

नयी दिल्ली। आयुष मंत्री श्रीपद नाईक ने कहा है कि वह चाहते हैं कि जिस तरह योग दुनियाभर में पहुंचा है उसी तरह आयुर्वेद भी पूरे विश्व में फैले तथा। इसके लिए पहला कार्य इस प्राचीन विज्ञान के लाभों के बारे में जागरुकता फैलाना है। नाईक ने कहा कि विज्ञान के साथ आयुर्वेदिक दवाओं पर अनुसंधान किया जा सकता है और लाभों का वैज्ञानिक सत्यापन स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘योग वैश्विक आयाम बन गया है। मैं चाहता हूं कि आयुर्वेद भी इसी तरह फैले।

दिल्ली के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने इस प्राचीन विज्ञान का आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ एकीकरण करने के लिए अखिल भारतीय आयर्वेद संस्थान के साथ हाल ही में एक करार किया है। इसके तहत दोनों ही संस्थानों के शिक्षक आयुर्वेद का आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ एकीकरण करने के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को न केवल आयुर्वेद के लाभों को जानने की जरूरत है, बल्कि यह भी पता होना चाहिए कि सामान्यत: ये सुरक्षित भी है। मंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि कैसे आयुर्वेद जीवनशैली से जुड़े बड़े बदलावों , मधुमेह आदतों , औद्योगिकीकरण में वृद्धि एवं प्रदूषण से उत्पन्न जीवनशैली की समस्याओं से निबटने में मददगार हो सकता है।

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