कौन जीतेगा और किसकी होगी हार, आज तय हो जाएगा किसकी बनेगी सरकार
ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं (सर्विस वोटर) की संख्या करीब 18 लाख है। इनमें सशस्त्र बल, केन्द्रीय पुलिस बल और राज्य पुलिस बल के जवान शामिल हैं जो अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर तैनात हैं।
नयी दिल्ली। लोकसभा की 543 में 542 सीटों पर चुनाव के लिये सात दौर की मतगणना के बाद मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। सभी लोकसभा सीटों के लिये बनाये गये मतगणना केन्द्रों सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जायेगी। लोकसभा चुनाव में पहली बार ईवीएम के मतों का सत्यापन करने के लिये वीवीपीएटी की पर्चियों से मिलान किये जाने के कारण चुनाव परिणाम घोषित होने में थोड़ा विलंब होने की आशंका से चुनाव आयोग ने इंकार नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में किसी एक विधानसभा क्षेत्र के किन्हीं पांच मतदान केन्द्रों की वीवीपीएटी मशीनों की पर्चियों का मिलान ईवीएम के मतों से किया जायेगा। इस बाध्यता का हवाला देते हुये आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि देर शाम तक परिणाम आने की संभावना है। सात चरण के मतदान के बाद 542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 23 मई को मतगणना के बाद होगा। तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर गड़बड़ी की शिकायतों के बाद आयोग ने मतदान स्थगित कर दिया था।
Madhya Pradesh: Visuals from outside a counting centre in Bhopal. Counting of votes to begin at 8 AM. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/csFq9RTM5R
— ANI (@ANI) May 23, 2019
मतदान के बाद आये एक्जिट पोल के अधिकतर नतीजों में भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के फिर से सत्ता में आने की संभावना जतायी गयी है। हालांकि विपक्षी दलों ने एक्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुये कांग्रेस सहित अन्य दलों की मौजूदगी वाले गठबंधन की सरकार बनने का दवा किया है। लोकसभा चुनाव के लिये 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में हुये मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। भारतीय संसदीय चुनाव में यह अब तक का सबसे अधिक मतदान है। चुनाव आयोग ने अभी तक बृहस्पतिवार को होने वाली मतगणना के केन्द्रों की संख्या उपलब्ध नहीं कराई है। प्रक्रिया के मुताबिक, सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी।
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ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं (सर्विस वोटर) की संख्या करीब 18 लाख है। इनमें सशस्त्र बल, केन्द्रीय पुलिस बल और राज्य पुलिस बल के जवान शामिल हैं जो अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर तैनात हैं। विदेश में भारतीय दूतावासों में पदस्थ राजनयिक और कर्मचारी भी सेवा मतदाता हैं। इन 18 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 16.49 लाख ने 17 मई को अपने अपने रिटर्निंग अधिकारियों को डाक मतपत्र भेज दिये थे। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हाथों से डाक मतपत्रों को गिनने के कारण लगने वाले अतिरिक्त समय को बचाने के लिये डाक मतपत्रों और ईवीएम के मतों की गणना एक साथ की जाएगी। चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे प्रमुख नेताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा विभिन्न केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित विभिन्न दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं।
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