भारत में अभिव्यक्ति की आजादी न होने का प्रचार सच नहीं है: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

 Lieutenant Governor Manoj Sinha
प्रतिरूप फोटो
ANI

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि ऐसा प्रचारित किया जाता है कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है, लेकिन यह सच नहीं है। उन्होंने कहा, देश में 392 समाचार चैनल हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका के 100 चैनल की तुलना में काफी अधिक हैं।

जम्मू, 16 अगस्त। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि ऐसा प्रचारित किया जाता है कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है, लेकिन यह सच नहीं है। उन्होंने कहा, देश में 392 समाचार चैनल हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका के 100 चैनल की तुलना में काफी अधिक हैं। यह भारत में मीडिया की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की वास्तविक प्रकृति के बारे में बहुत कुछ दर्शाता है। उपराज्यपाल स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर न्यूज़18 जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल चैनल के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, हालांकि, हमें याद रखना चाहिए कि जब भारत के संविधान का निर्माण किया जा रहा था, तो सभी भारतीयों को अनुच्छेद 19 (1) के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया था, लेकिन 19(2) के जरिये कुछ प्रतिबंध भी लगा दिए थे, जो मेरे हिसाब से केवल प्रतिबंध नहीं, बल्कि कर्तव्य हैं। भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर वैश्विक रिपोर्ट के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि भारत में मीडिया का फलता-फूलता परिदृश्य एक उदाहरण है कि मीडिया दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में भारत में कहीं अधिक स्वतंत्र है। उन्होंने कहा, पिछले एक साल में, संयुक्त राज्य अमेरिका में 27, चीन में 51 और तुर्की में 25 पत्रकारों को हिरासत में लिया गया, लेकिन भारत में यह आंकड़ा केवल सात का है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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