मणिपुर विस चुनाव: मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आई

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मणिपुर में पांच जिलों की 38 सीटों के लिए मतदान सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों के पालन के बीच शुरू हुआ। इन सीटों के लिए 15 महिलाओं सहित कुल 173 उम्मीदवार मैदान में हैं।

इंफाल। मणिपुर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 38 सीटों के लिए सोमवार को अपराह्न एक बजे तक 12.09 लाख मतदाताओं में से 48.88 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आई हैं। निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कांगपोकपी जिले में सबसे अधिक 61.30 प्रतिशत मतदान हुआ। इंफाल वेस्ट जिले में 52.15 प्रतिशत जबकि इंफाल ईस्ट में 46.11 प्रतिशत मतदान हुआ। मणिपुर में पांच जिलों की 38 सीटों के लिए मतदान सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों के पालन के बीच शुरू हुआ। इन सीटों के लिए 15 महिलाओं सहित कुल 173 उम्मीदवार मैदान में हैं।

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मतदान शुरू होने के करीब आधे घंटे के भीतर राज्यपाल एल गणेशन और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाला तथा लोगों से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने और शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने बताया कि चुराचांदपुर जिले में दो राजनीतिक दलों के बीच झड़प में एक व्यक्ति घायल हो गया। झड़प में एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन क्षतिग्रस्त हो गयी जिसे बदल दिया गया है। कथित तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंफाल वेस्ट जिले के लांगथाबल विधानसभा क्षेत्र के केकवा इलाके में भाजपा के एक बूथ पर तोड़फोड़ की तथा केइराव सीट से एनपीपी के उम्मीदवार का वाहन विपक्षी दल के समर्थकों ने क्षतिग्रस्त कर दिया, हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। सुरक्षा बलों ने कांगपोकपी जिले के न्यू केईथेलमनबी मतदान केंद्र पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोलियां चलाईं। यह स्थिति तब पैदा हुई जब कांग्रेस ने भाजपा पर बूथ पर कब्जा करने की कोशिश का आरोप लगाया। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति सामान्य हो गयी है और कुछ मिनटों तक बाधित रहने के बाद मतदान फिर से शुरू हो गया है। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।

इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि एक युवक चुराचांदपुर में मतदान करने गया परंतु उसे पता चला कि उसके स्थान पर कोई और मतदान कर चुका है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया,‘‘ चुराचांदपुर निवासी डेनिस अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने मतदान केन्द्र गये, लेकिन वहां पता चला कि उनके नाम पर वोट डल चुका है। ये गड़बड़ी की इकलौती घटना नहीं है।’’ चुनाव के लिए 6,884 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। राज्य सुरक्षा बलों सहित केन्द्रीय बल गश्त कर रहे हैं। मतदाता सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मतदान के लिए कतारबद्ध नजर आए, लेकिन धूप निकलने के बाद वे छांव में अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दिए। इंफाल ईस्ट जिले के सोइबाम लेईकाई सहित कुछ मतदाता केन्द्रों में पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले लोगों को निर्वाचन अधिकारियों ने सम्मानित किया।

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पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले विक्टर ने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि मेरा वोट काबिल प्रतिनिधि चुनने में भूमिका निभाएगा।’’ मणिपुर विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव के इस प्रथम चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष वाई खेमचंद सिंह, उपमुख्यमंत्री एवं एनपीपी उम्मीदवार युमनाम जॉयकुमार और मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष एन लोकेश सिंह शामिल हैं। कुल 38 सीटों में से, इंफाल ईस्ट में 10 , इंफाल वेस्ट में 13, बिष्णुपुर और चुराचांदपुर में छह-छह और कांगपोकपी जिले में तीन सीटें हैं। नौ सीटें अनुसूचित जनजाति और एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। भाजपा ने सभी 38 सीटों पर, कांग्रेस ने 35, एनपीपी ने 27, जद (यू) ने 28, शिवसेना ने सात, आरपीआई (आठवले) ने छह, लोजपा (रामविलास) ने तीन वहीं कुकी नेशनल असेंबली और कुकी पीपुल्स एलायंस ने दो-दो सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, 18 निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा था कि कुल 173 उम्मीदवारों में से 39 का आपराधिक इतिहास रहा है। गौरतलब है कि शेष 22 सीटों के लिए दूसरे चरण में पांच मार्च को मतदान होगा जबकि मतगणना 10 मार्च को होगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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