Uttarakhand glacier burst LIVE: उत्तराखंड सरकार ने मृतक के परिजनों को 4 लाख की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया
उत्तराखंड के चमोली जिले में धौली गंगा, जोशीमठ नदी में बड़े पैमाने पर बाढ़ के कारण रविवार को क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने की सूचना मिली। तपोवन क्षेत्र में ऋषिगंगा बिजली परियोजना को भी भारी बाढ़ ने नुकसान पहुंचाया है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में धौली गंगा, जोशीमठ नदी में बड़े पैमाने पर बाढ़ के कारण रविवार को क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने की सूचना मिली। तपोवन क्षेत्र में ऋषिगंगा बिजली परियोजना को भी भारी बाढ़ ने नुकसान पहुंचाया है।
Live update
State government to give financial assistance of Rs 4 lakhs each to the kin of the deceased: Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat. pic.twitter.com/Qr8EBo1BKv
— ANI (@ANI) February 7, 2021
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) ने आज उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए ग्लेशियल फटने के कारण बैठक की।
कैबिनेट सचिव ने संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे निकट समन्वय में काम करें और राज्य प्रशासन को सभी अपेक्षित सहायता प्रदान करें। उन्होंने सभी लापता व्यक्तियों के लिए खाते की आवश्यकता पर जोर दिया और यह सुनिश्चित किया कि सुरंग में फंसे लोगों को जल्द से जल्द बचाया जाए।
The National Crisis Management Committee (NCMC) under the chairmanship of Cabinet Secretary, Rajiv Gauba met today to review the situation arising out of the natural disaster in Uttarakhand caused by glacial burst.
— ANI (@ANI) February 7, 2021
There was an under constructed tunnel near Tapovan dam in Uttarakhand where around 20 workers are stranded. ITBP team deployed at site is undertaking rescue operation. We are in touch with the management team of NTPC to gather information on missing people: SS Deswal, DG, ITBP pic.twitter.com/kcroELD1lJ
— ANI (@ANI) February 7, 2021
एसएस देसवाल, डीजी, आईटीबीपी ने कहा यह आशंका कि साइट पर लगभग 100-150 कार्यकर्ता थे। जिनमें से 9-10 शव नदी से बरामद किए गए हैं। सर्च ऑपरेशन चल रहा है। 250 आईटीबीपी के जवान मौजूद हैं, भारतीय सेना की टीम जल्द पहुंचने वाली है।
It is suspected that around 100 workers were at the site. Of which, 9-10 dead bodies have been recovered from the river. Search operation underway. 250 ITBP personnel are present at site, Indian Army team to reach soon: SS Deswal, DG, ITBP
— ANI (@ANI) February 7, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आया बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार नजर रख रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और देश वहां सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर रहा है और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत के बारे में अपडेट प्राप्त कर रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि चमोली जिले में आई बाढ़ में 100-150 लोग हताहत हुए हैं। ये वो लोग है जो ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। अभी आसपास के गांवों में कितना नुकसान हुआ है उसकी जानकारी नहीं मिली है।Am constantly monitoring the unfortunate situation in Uttarakhand. India stands with Uttarakhand and the nation prays for everyone’s safety there. Have been continuously speaking to senior authorities and getting updates on NDRF deployment, rescue work and relief operations.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 7, 2021
गृह मंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ ही उत्तराखंड के हालात का जायजा लेने के लिए आईटीबीपी के डीजी एसएस देसवाल से बात की है। गृह मंत्री ने एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान और आपदा प्रबंधन अधिकारियों से भी बात की।
गंगा नदी किनारे यूपी के जिलों के लिए अलर्ट
यूपी रिलीफ कमिश्नर ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को एक नोटिस जारी कर 'आपदा अलर्ट' जारी किया है। गंगा नदी के तट पर बसे जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। उत्तराखंड में नंदादेवी ग्लेशियर के एक हिस्से के टूटने की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। गंगा नदी पर जिलों को हाई अलर्ट पर रहने की आवश्यकता है और जल स्तर की निरंतर निगरानी 24 × 7 करने की आवश्यकता है। नोटिस में कहा गया है गंगा किनाने के जगहों को खाली कर दिया गया और सुरक्षित स्थान पहुंचा दिया जाए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड कंपनी को उच्चतम अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। कृपया स्थानीय स्तर पर भी समन्वय करें।
राहत बचाव का कार्य जारी
ITBP की दो टीमें मौके पर पहुंची हैं, NDRF की तीन टीमें देहरादून से रवाना की गई हैं और 3 अतिरिक्त टीमें शाम तक IAF हेलिकॉप्टर की मदद से वहां पहुंचेंगी। एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन पहले से ही घटनास्थल पर है, "एमओएस होम नित्यानंद राय ने धौलीगंगा में बड़े पैमाने पर बाढ़ पर एएनआई को बताया।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट किया, "भारी बारिश और अचानक पानी के कारण चमोली के रिनी गांव में ऋषिगंगा परियोजना को नुकसान पहुंचने की संभावना है। नदी में अचानक आने से अलकनंदा के निचले इलाकों में बाढ़ आने की भी संभावना है।" तटीय इलाकों में लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। नदी के किनारे बसे लोगों को इलाके से हटाया जा रहा है।"Two teams of ITBP reach the spot, three NDRF teams have been rushed from Dehradun and 3 additional teams will reach there with help of IAF chopper till evening. SDRF & local administration already at spot: MoS Home Nityanand Rai to ANI on massive flood in Dhauliganga. #Chamoli pic.twitter.com/iMtpKQS4mK
— ANI (@ANI) February 7, 2021
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उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया है। अलकनन्दा का पानी का बहाव रोका जा सके इसलिए श्रीनगर डैम तथा ऋषिकेष डैम को खाली करवा दिया है। SDRF अलर्ट पर है। मेरी आपसे विनती है अफवाहें न फैलाएं। सरकारी प्रमाणिक सूचनाओं पर ही ध्यान दें। मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं।
एसडीआरएफ अलर्ट पर है। एसडीआरएफ अधिकारी ने कहा है कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि अफवाह न फैलाएं। आधिकारिक प्रामाणिकता पर ध्यान दें। केवल जानकारी ही चैनलों पर चलाएं। चमोली पुलिस ने अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है।
हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। सीएम ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर- 1070 और 9557444486
सूत्रों का कहना है कि जोशीमठ क्षेत्र से 26 किलोमीटर दूर रेनी गांव के पास कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। बचाव के लिए सैकड़ों भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान लगे हुए हैं।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी हालात का जायजा लिया है। उन्होंने ट्वीट किया, "चमोली जिले से एक आपदा की सूचना मिली है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने का आदेश दिया गया है। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है।"
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि चमोली के जिलाधिकारी ने अधिकारियों को धौलीगंगा नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है। नदी में अचानक पाने आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
#WATCH | Uttarakhand: Rescue workers reach Reni village in Joshimath area of Chamoli district.
— ANI (@ANI) February 7, 2021
(Video credit - police) pic.twitter.com/pXdBubzUCj
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