Mira Road Murder | आरोपी के फ्लैट की हालट थी बेहद डरावनी, बाथरुम में महिला की लाश के टुकड़े, बाल्टी खून से लथपथ, बेडरुम में फैले थे लंबे-लंबे बाल

Mira Road Murder
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रेनू तिवारी । Jun 8 2023 6:26PM

पुलिस को पीड़िता का केवल पैर मिला था। आरोपी मनोज साहनी (56) को बुधवार शाम को उसके किराए के अपार्टमेंट से भागने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। साहनी पिछले तीन वर्षों से गीता नगर फेज 7 में गीता आकाश दीप बिल्डिंग के जे विंग के फ्लैट 704 में पीड़िता सरस्वती वैद्य के साथ रह रहा था।

चर्नी रोड हॉस्टल हत्याकांड के दो दिन बाद एक और घटना ने मुंबई को झकझोर कर रख दिया है। मीरा रोड पर स्थित एक घर में एक 36 वर्षीय महिला को उसके लिव-इन-पार्टनर ने कथित तौर पर मार डाला और "कई टुकड़ों" में काट दिया। हैवानियत यहीं नहीं खत्म हुई। काटे हुए टुकड़ों को शख्स मे कुकर में उबाला भी। सूत्रों ने बताया कि आरोपी के आवास पर 13 शरीर के अंग पाए गए थे, लेकिन उसने अन्य हिस्सों को कई टुकड़ों में काटकर नष्ट कर दिया। तेज गंध के कारण पड़ोसियों ने पुलिस को खबर की और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को शुरू में पीड़िता का केवल पैर मिला था। आरोपी मनोज साहनी (56) को बुधवार शाम को उसके किराए के अपार्टमेंट से भागने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। साहनी पिछले तीन वर्षों से गीता नगर फेज 7 में गीता आकाश दीप बिल्डिंग के जे विंग के फ्लैट 704 में पीड़िता सरस्वती वैद्य के साथ रह रहा था।

सनसनीखेज हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि व्यक्ति ने "कुकर में पकाकर और मिक्सर में पीसकर" शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की, जो "बेहद वीभत्स, अमानवीय और अपमानजनक" है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में अपराधियों के मन में अब कानून का डर नहीं रह गया है और महिलाओं के खिलाफ अपराध खतरनाक दर से बढ़ रहे हैं।

सनसनीखेज मर्डर के बारे में पुलिस को कैसे पता चला

अधिकारियों के मुताबिक इमारत के निवासियों ने बुधवार शाम करीब 7 बजे नयानगर पुलिस थाने में शिकायत की थी कि फ्लैट नंबर 704 से दुर्गंध आ रही है। जब पुलिस मीरा रोड अपार्टमेंट पहुंची, तो साहनी ने दरवाजा खोला। आपोरी ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीणों की मदद से दबोच लिया गया। पुलिस जब फ्लैट में दाखिल हुई तो उन्हें सिर्फ पीड़िता के पैर मिले। आरोपी ने कथित तौर पर पिछले दो से तीन दिनों में शरीर के कुछ हिस्सों को ठिकाने लगा दिया था।

आरोपी के फ्लैट की हालट थी बेहद डरावनी

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में पुलिस उपायुक्त (जोन 1) जयंत बजबाले के हवाले से कहा- "हमने साहनी को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या के पीछे के मकसद और उसने इसे कैसे अंजाम दिया, इसका पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जब अधिकारी अपार्टमेंट में दाखिल हुए तो तेज बदबू के कारण उनका खड़ा होना लगभग असंभव था। घर में कई एयर फ्रेशनर रखे हुए थे। हॉल में एक पेड़ काटने वाली मशीन रखी थी और बेडरूम में पूरे बिस्तर पर काला प्लास्टिक फैला हुआ था। बेडरूम में पीड़िता के बाल पड़े थे। किचन में तीन बाल्टियां भी रखी हुई थीं, जिसमें शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े थे और वह खून से लथपथ थी।

पुलिस ने कहा कि साहनी ने पछतावे का कोई संकेत नहीं दिखाया। एक अधिकारी ने बुधवार शाम को कहा, "हम उसके खिलाफ हत्या और सबूत नष्ट करने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं। अपार्टमेंट से नमूने और सबूत इकट्ठा करने के लिए एक फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था।

'आवारा कुत्तों को खाना खिलाते दिखा था आरोपी'

रिपोर्टों में कहा गया है कि निवासियों ने पुलिस को बताया कि युगल इमारत में किसी के साथ नहीं मिला। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में निवासियों के हवाले से पुलिस को बताया गया है कि साहनी को पिछले दो से तीन दिनों में इलाके में आवारा कुत्तों को खाना खिलाते देखा गया था - कुछ ऐसा जो उसने पहले कभी नहीं किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस को शक है कि उसने शरीर के कुछ हिस्सों को आवारा पशुओं को खिलाया होगा। अधिकारी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या शरीर के अंगों को नाले में बहाया गया था। एचटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कपल के फ्लैट के दरवाजे पर नेम प्लेट नहीं है और यह सोनम बिल्डर्स के नाम से रजिस्टर्ड है।

अनाथालय में रहने वाली पीड़िता कैसे आरोपी से मिली?

पुलिस ने 56 वर्षीय मनोज साने को अपने लिव-पार्टनर का गला घोंटने और क्रूरता से उसके टुकड़े-टुकड़े करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पीड़िता सरस्वती वैद्य (36) एक अनाथ थी और मुंबई के बोरीवली में एक अनाथालय में रहती थी। दोनों दस साल पहले एक राशन की दुकान पर मिले थे जब साने भी बोरीवली में रहते थे। तभी से वे संपर्क में थे।

 

श्रद्धा वाकर-आफताब पूनावाला हत्याकांड से प्रभावित 

सूत्रों ने आगे कहा कि साने की एक राशन की दुकान थी लेकिन वह 29 मई से बंद है। यह सब करते हुए वह काम पर नहीं गया था। आरोपी ने कहा की महिला ने आत्महत्या की है। पुलिस ने इस बात से इनकार किया है और उसका मानना है कि वह श्रद्धा वाकर-आफताब पूनावाला हत्याकांड से प्रभावित था। सूत्रों ने कहा कि यह घटना 4 जून को हुई और आरोपी बाकी दिनों का इस्तेमाल शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने में करते थे। उसने टुकड़ों को काटकर अलग कर दिया था ताकि उसे फेंकना आसान हो। मनोज साहनी ने बाथरूम में टुकड़े काटे थे। किचन में भी टुकड़े मिले। पूरा शरीर उबाला गया था। पुलिस अधिकारी सभी शरीर के अंगों की तलाश करने की कोशिश कर रहे हैं और फिर इसे पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल भेज देंगे। सूत्रों ने बताया कि अभी तक एक कटर और शरीर के कुछ टुकड़े बरामद किए गए हैं। एक पुलिस सूत्र ने कहा कि आवारा कुत्तों को पुर्जे खिलाने की पुरानी थ्योरी में कोई दम नहीं है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में निवासियों के हवाले से पुलिस को बताया गया है कि साने को पिछले दो से तीन दिनों में इलाके में आवारा कुत्तों को खाना खिलाते देखा गया था - कुछ ऐसा जो उसने पहले कभी नहीं किया था। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि पहले आरोपी की पहचान मनोज साहनी के रूप में हुई थी लेकिन बाद में पता चला कि उसका उपनाम 'साने' है। पुलिस ने कहा कि साने ने पश्चाताप का कोई संकेत नहीं दिखाया। अपार्टमेंट से नमूने और सबूत इकट्ठा करने के लिए एक फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था।

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