आखिर क्यों मोहन भागवत समेत संघ नेताओं को ट्विटर पर आना पड़ा
अभी तक आरएसएस के औपचारिक ट्विटर हैंडल से मोहन भागवत का बयान साझा किया जाता था लेकिन अब मोहन भागवत के बयान उनके ट्विटर हैंडल के जरिए पढ़े जा सकेंगे।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के शीर्ष नेताओं ने अब लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर पर शरण ली है। बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत संघ के 6 और नेताओं ने आज आधिकारिक तौर पर अपना अकाउंट ट्विटर पर खोल लिया है। इनमें मोहन भागवत के अलावा भैयाजी जोशी, सुरेश सोनी, कृष्ण गोपाल, वी भागय्या, अरुण कुमार और अनिरुद्ध देशपांडे शामिल हैं। @DrMohanBhagwat के नाम से मोहन भागवत का ट्विटर हैंडल है।
ट्विटर पर आने के बाद मोहन भागवत समेत संघ के किसी भी नेता ने कोई ट्वीट नहीं किया। जबकि संघ प्रमुख भागवत केवल RSS को फॉलो कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक साढ़े पंद्रह हजार लोगों ने मोहन भागवत को फॉलो किया। अब उनके पहले ट्वीट का लोगों को बेसब्री से इंतजार है।
अभी तक आरएसएस के औपचारिक ट्विटर हैंडल से मोहन भागवत का बयान साझा किया जाता था लेकिन अब मोहन भागवत के बयान उनके ट्विटर हैंडल के जरिए पढ़े जा सकेंगे। पिछले कुछ वक्त से आरएसएस द्वारा जनता से सीधेतौर पर जुड़ने का प्रयास किया जा रहा है ताकि छवि को बदला जा सके और ट्विटर पर मोहन भागवत समेत 6 संघ नेताओं का आना इसी तौर पर देखा जा रहा है।
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लोकसभा चुनाव से पहले जनता से सीधे तौर पर जुड़ने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्विटर का इस्तेमाल किया था। इन दोनों नेताओं ने ट्विटर के जरिए अपनी पार्टी का एवं स्वयं का पक्ष लोगों के सामने रखा एवं विरोधियों की जमकर आलोचना की।
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