मोहन भागवत देंगे जनता की भाषा में जनता को न्याय संबोधन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत छह अप्रैल को यहां जनता की भाषा में जनता को न्याय विषय पर संबोधन देंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन आरएसएस से संबद्ध ‘शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास’ कर रहा है।
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत छह अप्रैल को यहां जनता की भाषा में जनता को न्याय विषय पर संबोधन देंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन आरएसएस से संबद्ध ‘शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास’ कर रहा है। न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि ‘भारतीय भाषा अभियान’ कार्यक्रम के तहत इसका आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में किया जा रहा है।
कोठारी ने बताया कि देश के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा शिक्षण में नवाचारों एवं अभिनव प्रयोग पर प्रदर्शनी का आयोजन छह, सात और आठ अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति पर किया जा रहा है। छह अप्रैल को इसका उद्घाटन सरसंघचालक मोहन भागवत करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य व्यक्तित्व एवं समाज का निर्माण होना चाहिए। आजादी के 70 वर्ष बाद भी हम शिक्षा का लक्ष्य तय नहीं कर पाए हैं। जब तक लक्ष्य तय नहीं होगा, तब तक देश का विकास संभव नहीं होगा।
कोठारी ने कहा कि हम उस आध्यात्मिक संस्कृति के वारिस हैं जिसने कण-कण में परमात्मा का वास एवं सभी प्राणियों में उसी परमात्मा का अंश माना है। ऐसे में जातिवाद, प्रान्तवाद, भाषावाद सहित नारी-पुरुष, अमीर-गरीब, ऊंच-नीच जैसे भेदभाव हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं हो सकते।
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