टिकट कटने के बाद सांसद अब्दुल खालिक ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया

Abdul Khaliq
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असम के बारपेटा से लोकसभा सदस्य खालिक ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे त्यागपत्र में यह दावा भी किया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा और प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह के रवैये ने राज्य में पार्टी की संभावनाओं को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं।’’

गुवाहाटी। कांग्रेस के लोकसभा सदस्य अब्दुल खालिक ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पार्टी ने हाल ही में उनका टिकट काट दिया था। असम के बारपेटा से लोकसभा सदस्य खालिक ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे त्यागपत्र में यह दावा भी किया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा और प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह के रवैये ने राज्य में पार्टी की संभावनाओं को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं।’’ 

खालिक ने त्यागपत्र में कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में पिछले 25 वर्षों में यह मेरे लिए एक शानदार यात्रा रही। मीडिया में काम करने के दौरान मैं कांग्रेस की विचारधारा के कारण पार्टी की ओर आकर्षित हुआ। गांधी जी, नेहरू जी, मौलाना आज़ाद जी और स्वतंत्रता संग्राम के अन्य अग्रणी योद्धाओं ने मुझे प्रेरित किया। यह एक समृद्ध इतिहास और विरासत, संघर्ष एवं गरिमा वाली पार्टी है जिसका मैं गहराई से सम्मान करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नेतृत्व की इच्छा के अनुसार मैंने विभिन्न पदों पर संगठन की सेवा की है... मैंने सौंपी गई जिम्मेदारियों पूरे मन से निभाया। 

मुझे दो बार विधानसभा सदस्य और एक बार लोकसभा सदस्य के रूप में लोगों की सेवा करने का अवसर मिला। उस कांग्रेस पार्टी की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है, जिसके मूल्यों और आदर्शों ने हमारे खूबसूरत राष्ट्र के लिए जीवनरेखा के रूप में काम किया है।’’ खालिक के अनुसार, ‘‘मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों, पार्टी और मेरे साथ खड़े रहने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति असीम आभार और स्नेह प्रकट करता हूं।’’ 

उन्होंने दावा किया, ‘‘हाल ही में असम में पार्टी ने एक अजीब रास्ता अपनाया है जहा जन-केंद्रित मुद्दे पीछे रह गए। लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों में स्वतंत्रता, स्वाभिमान और एकता की गहरी भावना होनी चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) महासचिव एवं प्रभारी द्वारा अपनाए गए रवैये और दृष्टिकोण ने असम में पार्टी की संभावना को खत्म कर दिया है।’’ 

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हाल ही में कांग्रेस ने खालिक का टिकट काट दिया था। बारपेटा सीट से उनके स्थान पर कांग्रेस ने दीप बायान को उम्मीदवार बनाया है। माना जा रहा है कि परिसीमन के चलते बदले सामाजिक समीकरण के कारण कांग्रेस ने बारपेटा में उम्मीदवार बदला। सूत्रों का कहना है कि खालिक ढुबरी से टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने वहां पूर्व मंत्री रकीबुल हुसैन को उम्मीदवार बना दिया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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