मुख्तार अब्बास नकवी का कांग्रेस पर तंज, वे भगवान राम के नाम को बर्दाश्त नहीं कर सकते

नकवी ने कहा कि कांग्रेस दल की समस्या यह है कि विधेयक में भगवान राम का नाम क्यों शामिल किया गया...वे भगवान राम के नाम को शामिल किए जाने को बर्दाश्त नहीं कर सकते, इसीलिए वे इतना हंगामा कर रहे हैं।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने एमजीएनआरईजीए को वीबी-जी राम जी योजना से प्रतिस्थापित किए जाने पर कांग्रेस की असहमति पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल को भगवान राम के नाम से आपत्ति है, और यही इस आपत्ति का कारण है। एएनआई से बात करते हुए नकवी ने कहा कि कांग्रेस नए नाम वीबी-जी राम जी का विरोध इसलिए कर रही है क्योंकि वह इसमें भगवान राम का नाम शामिल किए जाने को स्वीकार नहीं कर सकती।
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नकवी ने कहा कि कांग्रेस दल की समस्या यह है कि विधेयक में भगवान राम का नाम क्यों शामिल किया गया...वे भगवान राम के नाम को शामिल किए जाने को बर्दाश्त नहीं कर सकते, इसीलिए वे इतना हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि वंचित वर्गों और अन्य समस्याओं के विकास का मार्ग राम-जी नाम वाली योजना के माध्यम से ही है, तो कांग्रेस की समस्या एमजीएनआरईजीए नहीं, बल्कि केवल राम-जी का शामिल होना है। उन्होंने एएनआई को बताया कि इस मामले में भगवान राम के प्रति उनकी असहिष्णुता एक बार फिर उजागर हो रही है।
इसके अलावा, उनका कहना है कि विपक्ष सरकारी योजनाओं पर केवल पार्टी से जुड़े नाम चाहता है, इसीलिए वे यह हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके मन में यह बात बैठी हुई है कि पुरानी योजनाओं का नाम केवल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या उनके परिवार के किसी सदस्य के नाम पर होना चाहिए। अगर कहीं भी भगवान राम का नाम आता है, चाहे संक्षिप्त रूप में ही क्यों न हो, या गरीबों के कल्याण का जिक्र होता है, तो वे इस बात को पचा नहीं पाते। यही कारण है कि वे इतना हंगामा कर रहे हैं।
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कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि महात्मा गांधी का नाम हटाने के बजाय उन्हें एक नया विधेयक लाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर उनके बस में होता तो वे इसका नाम गोडसे के नाम पर रख देते। उन्होंने कहा कि मेरा कहना यह है कि आप एक नई योजना लाएं, लेकिन इस योजना से गांधी का नाम क्यों हटा रहे हैं? अगर उनकी चलती तो वे इसका नाम गोडसे के नाम पर रख देते।
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