मानसून को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं, सरकार ने कहा- बुवाई पकड़ेगी रफ्तार
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द नए फसल वर्ष के लिए अधिसूचित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फैसला करेगी जिससे बुवाई और रफ्तार पकड़ेगी।
नयी दिल्ली। जून में बारिश में 33 प्रतिशत कमी के बीच खरीफ फसलों की बुवाई पर असर पड़ा है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार मानसून को लेकर किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर नजदीक से नजर रख रही है। कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि गर्मियों यानी खरीफ की धान जैसी फसल की बुवाई रफ्तार पकड़ेगी क्योंकि मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी महीनों में बारिश अच्छी रहेगी।
अध्ययन के बाद यह बात सामने आई है कि उर्वरकों से कैंसर होने के स्पष्ट प्रमाण नहीं हैः नरेन्द्र सिंह तोमर, कृषि मंत्री pic.twitter.com/BWTkeiCgCC
— Lok Sabha TV (@loksabhatv) July 2, 2019
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द नए फसल वर्ष के लिए अधिसूचित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फैसला करेगी जिससे बुवाई और रफ्तार पकड़ेगी। वहीं तोमर ने कहा, ‘‘भारत के लिए सूखा नई चीज नहीं है। अभी मौजूदा अनुमान ऐसा नहीं है जो चिंता की वजह हो। मंत्रालय की स्थिति पर नजदीकी निगाह है।’’ तोमर से बारिश की कमी और कुछ राज्यों में सूखे जैसी स्थिति के बारे में पूछा गया था। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार जून में दक्षिणपश्चिम मानसून में 33 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 78 प्रतिशत मौसमी उपखंडों में बारिश कम हुई है।
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कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार इस वजह से किसान पिछले सप्ताह तक सिर्फ 146.61 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल की बुवाई कर पाए थे। पिछले साल समान अवधि में बुवाई का आंकड़ा 162.07 लाख हेक्टेयर रहा था। कृषि सचिव ने कहा कि अभी मानसून को लेकर चिंता की कोई वजह नहीं है। मौसम विभाग ने जुलाई और अगस्त में अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है।
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