श्रीलंका मानव तस्करी मामले में एनआईए ने छह लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया

Human Trafficking
प्रतिरूप फोटो

एनआईए के एक अधिकारी के अनुसार तमिल नाडू निवासी दिनाकरन, कासी विश्वनाथन, रसूल, साथमउशेन, अब्दुल मुहीतू और सोकरात पर पर भारत-श्रीलंका समुद्री सीमा पार फैले एक संगठित अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह में शामिल होने का आरोप है, जो कनाडा भेजने के बहाने श्रीलंकाई नागरिकों को बहला-फुसलाकर भारत में विभिन्न स्थानों पर बंधक बना लेते थे।

बेंगलुरु| राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मंगलवार को यहां की एक विशेष अदालत में भारत-श्रीलंका समुद्री सीमा पार फैले एक संगठित अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर गिरोह के साथ कथित संलिप्तता के मामले में छह लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया।

जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि दिनाकरन, कासी विश्वनाथन, रसूल, साथमउशेन, अब्दुल मुहीतू और सोकरात पर भादंसं की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। ये सभी तमिलनाडु के निवासी हैं।

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एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि इन सभी पर भारत-श्रीलंका समुद्री सीमा पार फैले एक संगठित अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह में शामिल होने का आरोप है, जो कनाडा भेजने के बहाने श्रीलंकाई नागरिकों को बहला-फुसलाकर भारत में विभिन्न स्थानों पर बंधक बना लेते थे।

अधिकारी ने कहा कि जानकारी मिली थी कि कुछ श्रीलंकाई वैध दस्तावेजों के बिना एक लॉज में रह रहे हैं जिसके आधार पर जून में मंगलुरु में 25 श्रीलंकाई नागरिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

अधिकारी ने कहा कि बाद में की गई छापेमारी के दौरान 13 और श्रीलंकाई पकड़े गए। एनआईए के अधिकारी ने कहा कि इन 38 श्रीलंकाई नागरिकों को फरवरी से अप्रैल की अवधि के दौरान चार जत्थों में भारत लाया गया था।

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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