नीतीश लगातार सोनिया गांधी को बताते रहे करप्ट, स्मृति ईरानी ने राहुल से पूछा- सत्ता की भूख में अपनी मां को ऐसा कहने वाले को कैसे गले लगाने को तैयार?

Smriti Irani
ANI
अभिनय आकाश । May 31 2023 5:42PM

स्मृति ईरानी ने कहा कि यदि विपक्षी दल कह रहे हैं कि वे संसद का बहिष्कार करते हैं, तो कृपया यह बता दें कि वे जनता का बहिष्कार कर रहे हैं, मोदी का नहीं, क्योंकि यह जनता का घर है, यह जनता की संसद है।

नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने और 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही भारत कैसे बदला है, विभिन्न कार्य और क्या चुनौतियां कायम हैं जैसे सवाल उट रहे हैं। जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में इसका जवाब दिया है। सीएनएन-न्यूज18 से खास बातचीत में पिछले 9 वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि वाले सवाल के जवाब में ईरानी ने कहा कि  मुझे एक दूरदर्शी प्रधानमंत्री के अधीन सेवा करने का सबसे बड़ा सौभाग्य मिला है जो मेरे देश की जरूरतों को समझता है। मेरे देश में शिक्षा नीति में चार दशकों तक संशोधन नहीं देखा गया था, यह उस उदासीनता वाली बात है कि इस दौरान कांग्रेस ने मेरे देश पर शासन किया।

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स्मृति ईरानी ने कहा कि आज मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि चार दशकों के बाद जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति सामने आई है, उसमें एक विशेष जेंडर इनक्लूजन फंड है, जिससे जेंडर संबंधी शिक्षा गतिविधियों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर सुनिश्चित किया गया है। मुझे बहुत गर्व है कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री के रूप में, प्रधान मंत्री ने हमारे देश के लिए बनने वाले पहले MOOCs मंच को आशीर्वाद दिया और 'स्वयं' में आज 1.75 करोड़ छात्र हैं जो कम लागत वाली उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि भारत के पास कभी राष्ट्रीय रैंकिंग ढांचा नहीं था जो अब है। यही कारण है कि आप दुनिया में उच्च शिक्षा संस्थानों की रैंकिंग देखते हैं और भारतीय शिक्षा में वृद्धि देखते हैं। मुझे बेहद गर्व है कि कपड़ा मंत्री के रूप में, मैं पीपीई सूट के उत्पादन में भारत की आत्मनिर्भरता का प्रत्यक्ष गवाह था।

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स्मृति ईरानी ने कहा कि याद रखिए, हमारे देश में हम 70 साल तक राष्ट्रीय जरूरत के लिए कम से कम 50-55 हजार पीपीई सूट एक साल में इम्पोर्ट करते रहे। यह तब था जब वैश्विक लॉकडाउन था और कोविड की मार पड़ी थी कि भारत ने अपने दम पर पीपीई किट बनाने की अपनी क्षमता का पता लगाया था। हमने अपने देश में 1,100 से अधिक कंपनियों की क्षमता का निर्माण किया, केवल 3 महीनों में एक अरब डॉलर से अधिक के कारोबार के साथ दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया, न केवल हमारे देश की बल्कि 160 देशों की जरूरतों के लिए पीपीई सूट की आपूर्ति की। यह केवल इसलिए संभव हुआ क्योंकि मोदी प्रधानमंत्री हैं।

नई संसद के उद्घाटन पर विपक्ष के स्टैंड को लेकर पूछे गए सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा कि यदि विपक्षी दल कह रहे हैं कि वे संसद का बहिष्कार करते हैं, तो कृपया यह बता दें कि वे जनता का बहिष्कार कर रहे हैं, मोदी का नहीं, क्योंकि यह जनता का घर है, यह जनता की संसद है। आज विपक्षी पार्टियां इतनी अहंकारी हैं कि हमारे लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर का भी बहिष्कार कर देती हैं, जो एक विशेष राजनीतिक परिवार के अहंकार के बारे में बहुत कुछ बताता है, जो विपक्ष के सपनों का आधार बन गया है। दूसरी बात, जब आप उन चुनौतियों जैसे मुद्दों की बात करते हैं, जिनका देश को सामना करना पड़ा, तो मुझे यहां यह कहना चाहिए कि प्रधानमंत्री मोदी जैसे नेता की अनुपस्थिति में देश को कोविड महामारी का सामना करने की कल्पना करें। हमारे प्रधान मंत्री हमारे देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कैसे दृढ़ थे, इसका एक सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि जब युद्ध रुक गया क्योंकि प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि मुझे यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि मेरे नागरिकों को निकाला जाए। प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रधानमंत्री के संकल्प का इससे बेहतर उदाहरण क्या हो सकता है? इसलिए हम कहते हैं 'मोदी है तो मुमकिन है'। 

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स्मृति ईरानी ने कहा कि नीतीश जी लगातार सोनिया गांधी को भ्रष्ट कहते रहे हैं। क्या सत्ता की भूख इतनी दैवीय है कि राहुल गांधी उस आदमी को गले लगा लेंगे जो लगातार, लगातार अपनी ही मां को भ्रष्ट कहता है? जहां तक ​​खुद नीतीश बाबू की बात है, जिस व्यक्ति को अपने राजनीतिक पैरों पर खड़े होने के लिए मदद की जरूरत है, वह आज दूसरों को समर्थन दे रहा है, यह अपने आप में विरोधाभासी स्थिति है।  

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