उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 100 के पार पहुंची

Uttar Pradesh

प्रसाद ने बताया कि कुल 15 जिलों से ये मामले आये हैं। इनमें भी 50 प्रतिशत से ज्यादा प्रकरण केवल नोएडा और मेरठ से हैं। उन्होंने बताया ‘‘ इस समय हम बहुत महत्वपूर्ण दौर में प्रवेश कर रहे हैं। गत 17 मार्च को देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 100 से कुछ ज्यादा थी। अगले 12 दिनों में वह 100 से एक हजार तक पहुंच गई।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या 100 के पार पहुंच गयी है। राज्य में पांच नये मामले सामने आने के साथ ही मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 101 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के पांच नये मामले सामने आये हैं और अब इसके मरीजों की संख्या 101 हो गयी है। प्रसाद ने बताया कि कुल 15 जिलों से ये मामले आये हैं। इनमें भी 50 प्रतिशत से ज्यादा प्रकरण केवल नोएडा और मेरठ से हैं। उन्होंने बताया ‘‘ इस समय हम बहुत महत्वपूर्ण दौर में प्रवेश कर रहे हैं। गत 17 मार्च को देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 100 से कुछ ज्यादा थी। अगले 12 दिनों में वह 100 से एक हजार तक पहुंच गई। 100 की संख्या के बाद का दौर बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर हम लगातार हाथ धोने और आपसी मेल-मिलाप में दूरी बनाए रखने का पालन करते हुए अगले 14 दिन सतर्कता बरतते हैं तो हमारे यहां मामलों की संख्या बहुत कम रहेगी।’’ प्रसाद ने कहा कि हम चाहते हैं कि 100 से बाद वाले चरण में उसमें हमारे मामले बहुत कम बढ़ें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये हैं कि एक—एक जिले में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को प्रभारी बनाया जाए, जिनकी निगरानी में अगले एक माह तक कार्यक्रम हो। इस सिलसिले में जो तीन हॉटस्पॉट, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ में एक—एक वरिष्ठ अधिकारी को तैनात कर दिया गया है जो अगले 15 दिन या एक महीने तक कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये हो रहे काम की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा ‘‘ चूंकि नोएडा में कोविड—19 संक्रमण के कई मामले सामने आए। इसलिये मुख्यमंत्री ने ग्रेटर नोएडा के मुख्य अधिशासी अधिकारी नरेन्द्र भूषण को जिम्मेदारी दी है। अब सभी प्राधिकरण, नगर निकाय उनके निर्देशन में काम करेंगे और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पूरे तालमेल से काम होगा।’’ 

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प्रसाद ने बताया कि जिन जिलों में कोरोना वायरस के मामले अब तक नहीं आये हैं, वहां जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों से कहा गया है कि वे लगातार निगरानी करें और संदिग्ध मामले का पता चलते ही उसे पृथक सुविधा केंद्र में भेजें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण की जांच के लिये आठ लैब काम कर रही हैं। उन्होंने कहा ‘‘आज आईसीएमआर के साथ चर्चा हुई जिसमें हमने अनुरोध किया है कि झांसी, प्रयागराज और लखनऊ के राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट में बनी प्रयोगशालाओं को भी अधिकृत किया जाए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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