विकास के मुद्दे पर वोट मांग रहे ओपी सैनी, छठी बार विधायक बनने की कोशिशों में जुटे
साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में उन्होंने यहां अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी और भाजपा प्रत्याशी तरुण चुग को हराया था। सैनी 1997 में पहली बार विधायक चुने गए थे। इसके बाद वह 2002, 2007, 2012 और 2017 मेंचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे।
अमृतसर। अमृतसर के पहले महापौर से लेकर पंजाब के उपमुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस नेता ओपी सैनी अपनी राजनीतिक पारी में लंबा सफर तय कर चुके हैं और अब उनकी नजरें छठी बार विधायक बनने पर टिकी हुई हैं। अमृतसर मध्य विधानसभा सीट पर 64 वर्षीय सैनी का मुकाबला भाजपा के राम चावला, ‘आप’ के अजय गुप्ता और बसपा की दलबीर कौर से है। राम चावला पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बलदेव राज चावला के बेटे हैं। पंजाब में भाजपा जहां पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) के साथ चुनाव लड़ रही है, वहीं बसपा ने शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन किया है। 1991 में अमृतर के पहले महापौर चुने गए सैनी अमृतसर मध्य के मौजूदा विधायक हैं।
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2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में उन्होंने यहां अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी और भाजपा प्रत्याशी तरुण चुग को हराया था। सैनी 1997 में पहली बार विधायक चुने गए थे। इसके बाद वह 2002, 2007, 2012 और 2017 मेंचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे। सैनी अमृतसर पश्चिम सीट से दो बार निर्दलीय विधायक निर्वाचित हुए थे, लेकिन 2007 में तीसरी बार उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में इस सीट से चुनाव जीता। 2012 में वह अमृतसर पश्चिम, जो एक आरक्षित सीट है, से फिर कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुने गए। सैनी ने 2009 में अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और वह नवजोत सिंह सिद्धू से मामूली अंतर से हार गए थे, जो तब भाजपा नेता थे।
2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सिद्धू कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अमृतसर मध्य एक हलचल भरा निर्वाचन क्षेत्र है। यह जलियांवाला बाग के अलावा सिख तीर्थस्थलों में सबसे पवित्र दरबार साहिब (स्वर्ण मंदिर) के लिए प्रसिद्ध है, जो रोजाना हजारों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। सैनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘मैं विकास के मुद्दे पर वोट मांग रहा हूं।’ उन्होंने कहा कि वह अपना आठवां चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें 2009 के संसदीय चुनाव के अलावा मेयर बनने के लिए लड़ा गया चुनाव शामिल है।
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सैनी ने दावा किया कि पंजाब में कांग्रेस एक बार फिर सरकार बनाएगी। आम आदमी पार्टी के चुनाव में आगे होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर सैनी ने इसे महज हव्वा बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘पिछली बार भी इन्हीं सर्वेक्षणों ने ‘आप’ को (117 में से) 100 सीटें दी थीं, लेकिन पार्टी ने 20 सीटों पर जीत हासिल की। इनमें से भी कई विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। ‘आप’ केवल हव्वा बना रही है, लेकिन जमीन पर स्थिति यह है कि जनता पूर्ण बहुमत से कांग्रेस को वापस लाएगी।’
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं आपका सेवादार हूं, मैं 32 साल से इस क्षेत्र की सेवा कर रहा हूं। मैंने आपको मेयर के रूप में, विधायक के रूप में, फिर मंत्री के रूप में और अब उपमुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी है। जब अन्य दलों के नेता वोट मांगने आते हैं तब उनसे पूछें कि उन्होंने आपके लिए क्या किया है और वे केवल चुनाव के समय ही क्यों दिखाई देते हैं।’ सैनी ने कहा, ‘यह मेरा चुनाव नहीं है, बल्कि आप यह चुनाव लड़ रहे हैं।’ यह पूछे जाने पर कि वह अन्य राजनेताओं की तरह अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमला क्यों नहीं करते, उन्होंने कहा कि वह ‘सरल राजनीति’ करना पसंद करते हैं।
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