ATM से 10 हजार रुपये निकालने के लिए पिन के साथ OTP भी होगा जरूरी
गौरतलब है कि एटीएम फ्रॉड के मामले में महाराष्ट्र 233 के बाद दिल्ली का ही नंबर आता है। पिछले कुछ समय से एटीएम क्लोनिंग के मामले भी सामने आए हैं। साल 2018-19 में देशभर में फ्रॉड के मामले पिछले साल 911 के मुकाबले बढ़कर 980 हो गए।
एटीएम से कैश निकालने और एटीएम फ्रॉड के मामलों पर लगाम लगाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पब्लिक सेक्टर के केनरा बैंक ने देश में पहली बार एटीएम से पैसा निकालने के लिए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की सुविधा शुरू की है। जिसके अंतर्गत एटीएम से एक दिन में 10 हजार से ज्यादा कैश निकालने के लिए लोगों को अपने पिन नंबर के साथ फोन पर आने वाला ओटीपी भी डालना पड़ेगा। बैंक की ओर से यह पासवर्ड निकासी के दौरान खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। जिसके बारे में कैनरा बैंक ने ट्वीट कर जानकारी दी है 'भारत में ओटीपी की सुविधा देने वाले पहले बैंक बने हैं, हमारी कोशिश है कि ग्राहकों के खाते को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखें।'
We introduce India’s First OTP facility for ATM withdrawals.
— Canara Bank (@canarabank) August 20, 2019
Withdrawals in our ATMs now more secure for our card holders.#CanaraSecureATM pic.twitter.com/ZBn07fAGQe
बता दें कि एटीएम फ्रॉड रोकने के लिए आरबीआई ने बैंकों को कदम उठाने को कहा था। इसके तहत ही केनरा बैंक ने यह सुविधा लॉन्च की है। बीते दिनों दिल्ली स्टेट लेवल बैंकर्स कमिटी (एसएलबीसी) ने बैंकों को कई सुझाव दिये थे। दिल्ली एसएलबीसी के संयोजक और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के एमडी और सीईओ मुकेश कुमार जैन ने कहा कि एटीएम से होने वाली अधिकतर धोखाधड़ी रात के समय यानी आधी रात से लेकर तड़के सुबह तक होती है। ऐसे में एटीएम से लेनदेन पर एक खाका खींचना मददगार साबित हो सकता है।
इस योजना पर पिछले हफ्ते 18 बैंको के प्रतिनिधिों की बैठक में चर्चा हुई। जैन ने बताया कि बैकर्स ने कई दूसरे सुझाव दिए हैं जिनमें अनधिकृत रूप से पैसे निकालने की कोशिश करने पर अकांउट होल्डर्स को अलर्ट करने के लिए ओटीपी भेजी जाए। यह सिस्टम क्रेडिट या डेबिट कार्ड द्वारा होने वाले ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के ही समान होगा। गौरतलब है कि एटीएम फ्रॉड के मामले में महाराष्ट्र 233 के बाद दिल्ली का ही नंबर आता है। पिछले कुछ समय से एटीएम क्लोनिंग के मामले भी सामने आए हैं। साल 2018-19 में देशभर में फ्रॉड के मामले पिछले साल 911 के मुकाबले बढ़कर 980 हो गए।
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