योगी पर ओवैसी का प्रहार, इलाहाबाद HC के मुख्य न्यायाधीश बन चुके हैं UP के CM, मुसलमानों को दे रहे सामूहिक सजा

Asaduddin Owaisi
ANI
अंकित सिंह । Jun 13 2022 10:07AM

योगी पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के CM इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन चुके हैं कि किसी को भी दोषी करार देंगे और घर तोड़ देंगे? जो घर तोड़ा गया है वह तथाकथित आरोपी की पत्नी के नाम है। मुसलमानों को सामूहिक सज़ा दे रहे हैं।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में नूपुर शर्मा के बयान को लेकर हुई हिंसा और पथराव की खबरों के बाद योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। इसी के कड़ी में पुलिस ने प्रयागराज में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप का घर प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से गिरा दिया गया था। जावेद पंप के घर गिराए जाने की घटना के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि प्रयागराज में आफरीन फातिमा का घर गिरा दिया गया लेकिन नूपुर शर्मा के खिलाफ 15 दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी जावेद पंप की बेटी आफरीन फातिमा हैं जोकि जेएनयू की छात्रा हैं।  

इसे भी पढ़ें: नूपुर शर्मा विवाद में बोले ओवैसी, लोकतंत्र में हिंसा की जगह नहीं, कानून के तहत को कार्रवाई

योगी पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के CM इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन चुके हैं कि किसी को भी दोषी करार देंगे और घर तोड़ देंगे? जो घर तोड़ा गया है वह तथाकथित आरोपी की पत्नी के नाम है। मुसलमानों को सामूहिक सज़ा दे रहे हैं। शहर के अटाला और करेली में शुक्रवार को हुए पथराव के बाद इस घटना के कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद के करेली स्थित मकान के ध्वस्तीकरण के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) और जिला प्रशासन ने रविवार को जावेद उर्फ पंप के दो मंजिला मकान को ध्वस्त कर दिया था। जिला अधिवक्ता मंच के पांच अधिवक्ताओं की ओर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भेजी गई पत्र याचिका में दावा किया गया है कि पीडीए ने जिस मकान को ध्वस्त किया है, वास्तव में उस मकान का स्वामी जावेद नहीं है, बल्कि उसकी पत्नी परवीन फातिमा है।

इसे भी पढ़ें: AIMIM प्रमुख ओवैसी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 30 लोग गिरफ्तार

याचिका के मुताबिक, सामाजिक कार्यकर्ता जावेद को 10 जून की रात गिरफ्तार किया गया और 11 जून को खुल्दाबाद थाना में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी। इस याचिका के साथ परवीन फातिमा के स्वामित्व संबंधी दस्तावेज और 11 जून, 2022 की तारीख को मकान पर चस्पा किए गए ध्वस्तीकरण नोटिस को संलग्न किया गया है। वहीं, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जेएनयू की पूर्व छात्रा एवं कार्यकर्ता आफरीन फातिमा का घर तोड़े जाने के खिलाफ रविवार को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। जेएनयूएसयू के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के ‘‘बुलडोजर राज’’ के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने ‘‘मुसलमानों को निशाना बनाना बंद करो’’ के नारों वाली तख्तियां भी थाम रखी थीं। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़