उत्तरांखड में आटा चक्की का इस्तेमाल करने पर दलित का सिर कलम किया

पिथौरागढ़। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में 35 वर्षीय दलित व्यक्ति का सिर एक प्राथमिक स्कूल शिक्षक ने कथित तौर पर इसलिए कलम कर दिया क्योंकि उसने गांव की ऊंची जतियों से पहले आटा चक्की को इस्तेमाल कर उसे ‘अपवित्र’ कर दिया था। बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह ने फोन पर यह जानकारी देते हुए बताया कि सोहन राम पर ललित ने हंसिया से हमला किया था जिससे उसकी मौत हो गई। इससे पहले सोहन ने अपनी जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का विरोध किया था।
सिंह ने बताया कि आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया था और आज सुबह उसे अलमोड़ा जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि उसके खिलाफ हत्या और एससी एवं एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना मंगलवार रात बागेश्वर के कदारिया गांव में हुई थी जिसकी सीमा पिथौरागढ़ से लगती है। मृत सोहन कुंदन कुमार सिंह की मालिकाना वाली आटा चक्की पर अपने गेंहू का आटा लेने गया था।
पड़ोसी गांव में प्राथमिक स्कूल शिक्षक ललित ने जब सोहन को आटा चक्की पर देखा तो उसने सोहन की जाति के बारे में एक अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि उसने आटा चक्की को ‘‘अपवित्र’’ कर दिया है। जब सोहन ने इसका विरोध किया तो ललित ने गुस्से में आकर हंसिया से उस पर हमला कर दिया और सोहन का सिर कलम कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक, दलित और ऊंची जातियों के लोग मिल का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। लेकिन नवरात्री उत्सव के चलते ऊंच जातियों ने दलित परिवारों के लिए आदेश जारी किया कि वे भगवान को चढ़ाने के लिए आटा तैयार करने के बाद ही चक्की का इस्तेमाल करें।
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