गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या का कोटा तीन जून तक पूरा, पंजीकरण बंद
आइएसबीटी से हजारों श्रद्धालु रोजाना यात्रा को प्रस्थान कर रहे हैं लेकिन जितने लोग रवाना हो रहे हैं, उतने ही फिर आइएसबीटी पर पहुँच रहे हैं। देहरादून के जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने कहा कि यह सब श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में निर्धारित संख्या में यात्रियों को भेजने से वे बगैर धक्का-मुक्की के भगवान के दर्शन कर रहे हैं और सुखद अनुभव के साथ लौट रहे हैं।
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आइएसबीटी से हजारों श्रद्धालु रोजाना यात्रा को प्रस्थान कर रहे हैं लेकिन जितने लोग रवाना हो रहे हैं, उतने ही फिर आइएसबीटी पर पहुँच रहे हैं। देहरादून के जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने कहा कि यह सब श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में निर्धारित संख्या में यात्रियों को भेजने से वे बगैर धक्का-मुक्की के भगवान के दर्शन कर रहे हैं और सुखद अनुभव के साथ लौट रहे हैं। चारधाम यात्रा से लौटे मध्य प्रदेश के रतलाम के करीब 70 श्रद्धालुओं के एक दल के मुखिया एस के शुक्ला ने बताया कि सभी धामों में बहुत आराम से भगवान के दर्शन हुए और उन्हें कहीं भीड़ नहीं मिली। उन्होंने सरकार के इंतजामों की सराहना की।
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इस बीच, हरिद्वार में जगह न मिलने से तीर्थयात्री और पर्यटक ऋषिकेश का रुख कर रहे हैं जिसकी वजह से ऋषिकेश व आसपास के स्थानों पर भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा है। इस अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश की तरफ से प्रदेश में आने वाले वाहनों के लिए रूट प्लान जारी किया है जिसे देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी एवं टिहरी जिलों की पुलिस को लागू करना है। इस विशेष यातायात योजना को ऋषिकेश एवं मुनिकीरेती के पुलिस नियंत्रण कक्ष से संचालित किया जाएगा।
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