Sankalp Saptah कार्यक्रम में बोले PM Modi, हम देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र के रूप में देखना चाहते हैं

प्रदानमंत्री ने कहा कि अभी जो लोग यहां (भारत मंडपम) आए हैं, वो देश के दूर-सुदूर गांवों की चिंता करने वाले लोग हैं। आखिरी छोर पर बैठे हुए परिवार की चिंता करने वाले लोग हैं। उनकी भलाई के लिए योजनाओं को आगे बढ़ाने वाले लोग हैं और इसी महीने यहां वो लोग भी बैठे थे, जो दुनिया को दिशा देने का काम करते थे।
आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम ब्लॉक स्तर पर नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने का प्रयास करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकांक्षी ब्लॉक के लिए ‘संकल्प सप्ताह’ कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम ने 112 जिलों में 25 करोड़ से अधिक लोगों की जिंदगी बदल दी है। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम की सफलता अब आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम का आधार बनेगी। मोदी ने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम ने दिखाया कि अगर हम सुशासन की बुनियादी बातों पर ध्यान केंद्रित करें, तो चुनौतीपूर्ण लक्ष्य भी हासिल किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत की एक प्रमुख शर्त है कि हमारे देश के बच्चों की उत्कृष्ठ शिक्षा हो। मैं कठोर परिश्रम करने वाले और समर्पित भाव से शिक्षा के लिए जीवन जीने वाले सभी शिक्षक साथियों का अभिनंदन करता हूं और धन्यवाद करता हूं।
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मोदी ने कहा कि देश में 200 करोड़ से ज्यादा कोविड वैक्सीन की डोज दी गई हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि पशुओं में जो Foot and mouth disease है, उसके लिए मुफ्त में बहुत बड़ा वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है और पशु के लिए यह बहुत अनिवार्य भी है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पहले सरकार जब घर बनाने का कार्यक्रम करती थी तो एक मॉडल बनाती थी। हमने आकर इसे बदला कि स्थानीय लोग जिन चीजों का उपयोग करते हैं, स्थानीय जो डिजाइन होती हैं वैसे ही पीएम आवास बननी चाहिए और पैसे ऑनर को दे दिए जाएं। उन्होंने कहा कि आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम में ब्लॉक पंचायतों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। जब हर ग्राम पंचायत काम तेजी से करेगी तो ही हर ब्लॉक का विकास तेजी से होगा। जो लोग इस मिशन से जुड़े हैं, मैं सभी लोगों को बधाई देता हूं, धन्यवाद देता हूं।
प्रदानमंत्री ने कहा कि अभी जो लोग यहां (भारत मंडपम) आए हैं, वो देश के दूर-सुदूर गांवों की चिंता करने वाले लोग हैं। आखिरी छोर पर बैठे हुए परिवार की चिंता करने वाले लोग हैं। उनकी भलाई के लिए योजनाओं को आगे बढ़ाने वाले लोग हैं और इसी महीने यहां वो लोग भी बैठे थे, जो दुनिया को दिशा देने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम टीम भारत की सफलता का प्रतीक है। ये सबका प्रयास की भावना का प्रतीक है। ये कार्यक्रम भविष्य के भारत के लिए भी अहम है। इसमें संकल्प से सिद्धि का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि Aspirational Districts Program ने देश के 112 जिलों में 25 करोड़ से ज्यादा लोगों का जीवन बदल दिया है। क्वालिटी ऑफ लाइफ में बदलाव आया है।
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नरेंद्र मोदी ने कहा कि आकांक्षी जिला प्रोग्राम के लिए हमने बहुत ही सरल रणनीति से काम किया है। क्योंकि सर्वांगीण विकास, सर्व-स्पर्शी विकास, सर्व-हितकारी विकास ये अगर हम नहीं करते हैं तो आंकड़े भले संतोष भी दें, लेकिन मूलत: परिवर्तन संभव नहीं होता है। इसलिए आवश्यक है कि ग्रासरूट पर परिवर्तन करते हुए हमें आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि हम 2047 में देश को विकसित भारत के रूप में देखना चाहते हैं। लेकिन develop country का मतलब ये नहीं है कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई के अंदर भव्यता दिखे और हमारे गांव पीछे रह जाएं, हम उस मॉडल को लेकर नहीं चलते हैं। हम 140 करोड़ लोगों के भाग्य को लेकर चलना चाहते हैं, उनके जीवन में बदलाव करना चाहते हैं।
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