लखनऊ पुलिस ने श्रीकृष्ण की दुर्लभ मूर्ति के साथ तीन तस्करों को दबोचा
लखनऊ के सरोजनीनगर थाना पुलिस ने मूर्ति तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को धर दबोचा और उनके पास से भगवान श्रीकृष्ण की अति दुर्लभऔर बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति बरामद की है।मूर्ति का वजन चार किलो,100 ग्राम है। इसे जन्माष्टमी पर बिक्री के लिए राजधानी लाया गया था। पुलिस अब गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है।
लखनऊ। जन्माष्टमी पर अधिकांश भगवान श्रीकृष्ण भक्त अपने घरों में पूजा-पाठ और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित कराते हैं।खूबसूरत से खूबसूरत मूर्ति की चाहत में लोग पानी की तरह पैसा भी बहाने से गुरेज नहीं करते हैं ऐसे में दुर्लभ मूर्तियों के तस्करों की बन आती है। दुर्लभ मूर्तियों की अच्छी कीमत मिल जाती है,लेकिन श्रीकृष्ण के भक्त कभी यह जानने की कोशिश नहीं करते हैं कि यह मूर्तियां आती कहां से है,जबकि इसके पीछे मूर्तियों का बड़ा रैकेट होता है। ऐसी दुर्लभ मूर्तियों की बाजार में उपलब्धता की खबर के बाद कुछ पुलिस वाले खरीदार बनकर सादे कपड़ों में पहुंचे तो तस्करों का बड़े गैंग का खुलासा हुआ।
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लखनऊ के सरोजनीनगर थाना पुलिस ने मूर्ति तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को धर दबोचा और उनके पास से भगवान श्रीकृष्ण की अति दुर्लभ और बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति बरामद की है। मूर्ति का वजन चार किलो, 100 ग्राम है। इसे जन्माष्टमी पर बिक्री के लिए राजधानी लाया गया था। पुलिस अब गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है।
सरोजनीनगर पुलिस को कुछ मूर्ति तस्करों के बारे में जानकारी मिली थी। डीसीपी मध्य डा. ख्याति गर्ग ने इसके लिए इंस्पेक्टर सरोजनीनगर महेंद्र कुमार की निगरानी में एक पुलिस टीम बनाई। पुलिस टीम ने तस्करों से फोन पर बात की और खुद को व्यापारी बताया। तीनों तस्कर श्रीकृष्ण भगवान की मूर्ति लेकर सरोजनीनगर इलाके में पहुंचे। पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर को जाने वाले मार्ग पर तस्करों को बुलाया और खरीदार बनकर एक पुलिस कर्मी उनसे बात कर रहा था। इस बीच पीछे से आए पुलिस टीम के अन्य सदस्यों ने तीनों को धर दबोच लिया। उनके पास से भगवान श्रीकृष्ण की पीली धातु की मूर्ति बरामद कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
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पकड़े गए तस्करों में पीर अली पुत्र रज्जाक अली उर्फ राज अली निवासी बांदा नरैनी पलहरी। रफीक खां पुत्र बाबू खां निवासी बटरा, गौरिहार मध्यप्रदेश छतरपुर।लाला उर्फ मोहम्मद हुसैन निवासी फतेहपुर चांदपुर मेढ़ा शामिल थे।तीनों की गिरफ्तारी के बाद डीसीपी ने बताया कि संभावना जताई जताई जा रही है कि तस्कर गिरोह के पास राधाजी की भी मूर्ति होगी। पूछताछ में कुछ तथ्य भी पुलिस को मिले हैं। राधाजी की मूर्ति बरामदगी के प्रयास के साथ ही गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। तस्करों ने बताया कि जन्माष्टमी पर इस मूर्ति के दाम काफी अधिक उन्हें मिलने थे। इस लिए उसकी डिलीवरी देने आये थे। एक साल में पुलिस के हत्थे चढ़ने वाला यह दूसरा मूर्ति तस्कर गिरोह है।
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इससे पूर्व करीब छहः माह पूर्व सरोजनीगनर पुलिस ने नादरगंज इंडस्ट्रियल एरिया से छह माह पहले जैन धर्म के तीर्थंकर महावीर भगवान की मूर्ति बरामद कर सात तस्करों को पकड़ा था। गिरोह में कानपुर का एक बाबा भी शामिल था। उस बाबा को पुलिस अब तक नहीं पकड़ पायी है। पुलिस श्रीकृष्ण भगवान की मूर्ति के साथ पकड़े गए तस्करों का उन तस्करों से भी कनेक्शन खंगाल रही है।
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