सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था पर बोलीं निर्मला सीतारमण, दूसरे देशों से बेहतर है भारत

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वित्त मंत्री ने आगे कहा कि सुधार एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है और देश में लगातार आर्थिक सुधार हुए हैं। इतना ही नहीं भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर है।

नई दिल्ली। आर्थिक सुस्ती को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत की मौजूदा स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस वक्त आर्थिक सुस्ती से जूझ रही है और भारत भी इससे अछूता नहीं है लेकिन स्थिति दूसरे देशों से बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी को समझने की जरूरत है।

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वित्त मंत्री ने आगे कहा कि सुधार एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है और देश में लगातार आर्थिक सुधार हुए हैं। इतना ही नहीं भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले बेहतर है। मंदी की जो समस्याएं सामने आ रही है उसके लिए अमेरिका और चीन के बीच का ट्रेड वॉर जिम्मेदार है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें:

  • वित्तमंत्री ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) पर बढ़ाए गए अधिभार को वापस लेने और बजट पूर्व की स्थिति बहाल करने की घोषणा की।
  • वित्तमंत्री ने करदाताओं का उत्पीड़न समाप्त करने से जुड़े कर सुधारों के बारे में कहा, अब सभी कर नोटिस केंद्रीयकृत प्रणाली से जारी होंगे।
  • आर्थिक सुधार सरकार के एजेंडा में सबसे ऊपर है,सुधारों की प्रक्रिया जारी है,इसकी रफ्तारथमी नहीं है।
  • संपत्ति का सृजन करने वालों का सम्मान वित्त वर्ष 2019-20 के बजट की मूल भावना है। इसके बाद विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को समझने के लिये उनसे परामर्श किया गया।
  • हमारी सरकार ने 2014 के बाद से अपने एजेंडे में रिफॉर्म को सबसे ऊपर रखा है, हम रिफॉर्म की गति बनाए हुए हैं, चाहे वो सेल्फ सर्टिफिकेशन से संबंधित हो, श्रम सुधार या पर्यावरणीय मंजूरी के बारे में हो।
  • भारत की आर्थिक वृद्धि दर कई देशों की तुलना में ऊंची है।
  • अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध तथा मुद्रा अवमूल्यन के चलते वैश्विक व्यापार में काफी उतार-चढ़ाव वाली स्थिति पैदा हुई है।
  • भारतीय जीडीपी की वृद्धि अन्य देशों की तुलना में अधिक है, वैश्विक व्यापार में अस्थिर स्थिति विकसित हुई है।
  • वैश्विक जीडीपी वृद्धि दर संशोधित होकर मौजूदा अनुमान 3.2 प्रतिशत से नीचे जा सकती है। वैश्विक मांग कमजोर रहेगी।

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