रेलवे के निजीकरण पर बोले राहुल गांधी, गरीबों से उनकी एकमात्र जीवन-रेखा 'रेल' छीन रही है सरकार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि रेल ग़रीबों की एकमात्र जीवन-रेखा है और सरकार उनसे यह भी छीन रही है। जो छीनना है, छीनिये।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 109 रेल मार्गों पर ट्रेन चलाने के लिए निजी इकाइयों को अनुमति दिए जाने के फैसले की आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सरकार गरीबों की एकमात्र जीवन-रेखा ‘रेल’ उनसे छीन रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि सरकार के इस कदम का जनता करारा जवाब देगी। गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘ रेल ग़रीबों की एकमात्र जीवन-रेखा है और सरकार उनसे यह भी छीन रही है। जो छीनना है, छीनिये। लेकिन याद रहे...देश की जनता इसका करारा जवाब देगी।’’
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गौरतलब है कि रेलवे ने बुधवार को अपने नेटवर्क पर यात्री ट्रेनें चलाने के लिये निजी इकाइयों को अनुमति देने की योजना पर औपचारिक रूप से कदम उठाया। इसके तहत यात्री रेलगाड़ियों की आवाजाही को लेकर 109 मार्गों पर 151 आधुनिक ट्रेनों के जरिये परिचालन के लिए पात्रता अनुरोध आमंत्रित किए गये हैं। रेलवे ने कहा कि इसमें निजी क्षेत्र से करीब 30,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
रेल ग़रीबों की एकमात्र जीवनरेखा है और सरकार उनसे ये भी छीन रही है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 2, 2020
जो छीनना है, छीनिये। लेकिन याद रहे- देश की जनता इसका करारा जवाब देगी।https://t.co/M6OQZ6xAz5
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