रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों से मुलाकात की
फ्रांसीसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में उनसे मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने फ्रांस को भारत का ‘‘महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार’’ बताया। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपए में 36 राफेल लड़ाकू जेट का सौदा किया था।
पेरिस। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों से मुलाकात की और दोनों देशों के रक्षा एवं रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने के बारे में चर्चा की। भारतीय वायुसेना ने फ्रांस से राफेल लड़ाकू जेट विमानों की खरीद की है। सिंह पहला राफेल भारत को आधिकारिक रूप से सौंपे जाने के कार्यक्रम के सिलसिले में फ्रांस आए हुए हैं। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में उनसे मुलाकात के दौरान सिंह ने फ्रांस को भारत का ‘‘महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार’’ बताया। फ्रांस आए मंत्री स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल रक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा, ‘‘फ्रांस के साथ हमारे बहु-आयामी संबंध हैं और संबंध सभी मोर्चों पर आगे बढ़ रहे हैं। आज की बातचीत दोनों देशों के बीच व्यापक रक्षा चर्चा का हिस्सा है।’’ मैक्रों से मुलाकात से पहले सिंह ने फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले के साथ बैठक की। इस बैठक में फ्रांस के राष्ट्रपति के रक्षा सलाहकार एडमिरल बरनर्ड रोजेल भी मौजूद थे। सिंह अब मैरिग्नेक जाएंगे जो दक्षिण-पश्चिमी नगर बोरडॉक्स का उप नगर है। यहां सिंह राफेल की निर्माता कंपनी दसॉल्ट एविएशन के प्रतिष्ठान का दौरे करेंगे। इसके बाद पहले राफेल लड़ाकू जेट के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
Bonjour Paris!
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 7, 2019
Delighted to be in France. This great nation is India’s important strategic partner and our special relationship goes far beyond the realm of formal ties.
My visit to France is aimed at expanding the existing strategic partnership between both the countries.
भारत की पारंपरिक शस्त्र पूजा के लिए भी बंदोबस्त किए गए हैं। दशहरे के दिन पारंपरिक रूप से शस्त्र पूजा की जाती है। आज वायुसेना का 87वां स्थापना दिवस भी है। सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘वायुसेना कर्मियों और उनके परिवारों को 87वें वायुसेना दिवस की शुभकामनाएं।’’ इसमें उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय वायुसेना अभूतपूर्व पराक्रम, धैर्य, दृढ़ निश्चय तथा राष्ट्र की उत्तम सेवा का चमकता उदाहरण है। नीली वार्दी वाले ये कर्मी आसमान छूने में सक्षम हैं। राफेल सौंपे जाने के कार्यक्रम में मंत्री शस्त्र पूजा करेंगे। इसके बाद वह राफेल जेट में यात्रा करेंगे। नए विमान के सामने नारियल तोड़ा जाएगा। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपए में 36 राफेल लड़ाकू जेट का सौदा किया था। हालांकि राफेल सौंपने का आधिकारिक समारोह इस हफ्ते हो रहा है लेकिन राफेल विमानों की पहली खेप मई 2020 में ही मिल पाएगी। सभी 36 विमान सितंबर 2022 तक भारत को मिल जाएंगे।
Had an excellent meeting with the President of France Mr. @EmmanuelMacron at Elysee Palace in Paris today.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 8, 2019
We had a comprehensive discussion covering a wide range of issues. pic.twitter.com/WFInexU8sm
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