राम गोविन्द चौधरी का आरोप, मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटका रही है भाजपा

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[email protected] । Jan 1 2020 6:14PM

चौधरी ने बताया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से पहले उन्होंने भी सदन में कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवा का सम्मान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है। नागरिकता कानून में संशोधन की जरूरत नहीं है।

लखनऊ। सपा नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने बुधवार को कहा कि सीएए और एनआरसी लाकर भाजपा जनता का ध्यान मूल मुद्दों से भटका रही है। चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, भाजपा सरकार विपक्ष के सवालों से भाग रही है। प्रश्न काल में ही बजट पास कराना असंवैधानिक है। एसी-एसटी प्रस्ताव में सीएम अलग बोले, यह गलत है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने देश में महिलाओं बच्चियों के अपराध पर चिंता जतायी है।’’ उन्होंने कहा कि मंहगाई बढ़ती जा रही है। टैक्स वसूली जजिया कर की तरह हो रही है। 2019 में विधानसभा मात्र 23 दिन चली। भाजपा धर्मनिरपेक्षता का गला घोंट रही है इसलिए सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था।

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चौधरी ने कहा, ‘‘धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता। सीएए और एनआरसी लाकर भाजपा मूल मुद्दों से जनता का ध्यान हटा रही है। जामिया में भाजपा के लोग लाठीचार्ज कर रहे थे। धरना-प्रदर्शन, सविनय अवज्ञा आन्दोलन का अधिकार संविधान से मिला है लेकिन हमारे आंदोलनों को कुचला जा रहा है। डीजीपी कह रहे हैं कि आंदोलन कुचल देंगे। सीएम कहते हैं बदला लेंगे। सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।’’ उन्होंने बताया, ‘‘सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि आंदोलन में जो निर्दोष फंसे हैं, उनके मुकदमे हटेंगे। लखनऊ में भाजपा-आरएसएस के लोगों ने आगजनी तोड़फोड़ की। उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच करायी जाए।’’

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चौधरी ने बताया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से पहले उन्होंने भी सदन में कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवा का सम्मान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार हर मोर्चे पर विफल है। नागरिकता कानून में संशोधन की जरूरत नहीं है। भाजपा-आरएसएस मुद्दों से भ्रमित करने के लिए अनर्गल बयानबाज़ी करते हैं। आधार कार्ड से सबको जोड़ दिया गया है तो फिर सीएए एनआरसी की जरूरत क्या थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आजादी की लड़ाई के समय 1942 में छात्रों ने अगुवाई की थी। आपातकाल का भी छात्रों-नौजवानों ने डटकर विरोध किया था। एक बार फिर सीएए एनआरसी का विरोध छात्र-नौजवान कर रहे हैं जिसका परिणाम सामने आएगा।’’

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